मै गीत गुन -गुनाऊ
सुन प्यारी सी बिटियाँ
चिड़ियों सी चहकती रहे
हर आँगन की बिटियाँ
हर वक्त तू खुश रहे
मेरी प्यारी सी बिटियाँ ।
मै सपने देखता जाऊ ।
मेहंदी ,महावार सी बिटियाँ
रचे -दिखे इतनी सुंदर
हर आँगन की बिटियाँ
हर वक्त तू खुश रहे
मेरी प्यारी सी बिटियाँ ।
मै एक बात समझाऊ
सुन प्यारी सी बिटियाँ
बनके रहना सदा निडर
हर आँगन की बिटियाँ
हर वक्त तू खुश रहे
मेरी प्यारी सी बिटियाँ ।
मै धडकनों से कहता
इसमे बसती है बिटियाँ
थमना न वर्ना रो देगी
हर आँगन की बिटियाँ
हर वक्त तू खुश रहे
मेरी प्यारी सी बिटियाँ ।
— संजय वर्मा ‘दृष्टि ‘