इंजीनियर पक्षी बया और पहाड़ी मैना
पक्षियों की बात करें तो हर पक्षी की अपनी खासियत होती है।जिससे वो इंसानों को पसंद आते है।कई पक्षी इंजीनियर भी होते है।जिसमे प्रमुख नाम बया पक्षी का है।सुंदर सा नीड को कुएं ,कटीली झाड़ियों मे बनाकर लटकाती है।तेज आंधी,पानी से वो टूटता नही।इतनी मजबूती से बुना, चारे के द्धारा जिसमे अंदर नीचे की ओर से जाया जाता।बुनाई का अदभुत रूप ये प्राकृतिक रूप से वो तैयार करते है।ये कला की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम ही होगी।सृष्टि का अनोखा इंजीनियर बया श्रेष्ठ पक्षी है।मप्र में कही- कही मैना पक्षी दिखाई देता है।छत्तीसगढ़ में मैना को प्रमुख दर्जा दिया जाकर मैना को विशिष्ट सम्मान प्राप्त है तथा इसे छत्तीसगढ़ का राजकीय पक्षी घोषित किया गया है|इनकी संख्या में कमी को देखते हुए उसे विलुप्त होने से बचाने के प्रयास जारी है।मैना की खासियत होती है कि ये इंसानो की बोली की हूबहू नक़ल उतारती है।विलुप्त प्रजातियों के पक्षियों को बचाने के प्रयास किये जाना चाहिए क्योकि धरती पर जितना अधिकार इंसानो का है।उतना ही पशु -पक्षियों और जीव जंतुओं का भी है ।
— संजय वर्मा “दॄष्टि “