गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुईं डॉ अवध की रचनाएँ
हिंदी के सुविख्यात साहित्यकार डॉ अवधेश कुमार अवध की कविताएँ गोल्डेन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल की गई हैं। इससे पहले ये लॉर्जेस्ट बुक ऑफ द वर्ल्ड के अन्तर्गत द आसाम बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के चन्दौली जिले के मूल निवासी डॉ अवध की कर्मभूमि मेघालय है। एक निजी सीमेंट कम्पनी में अभियंता के पद पर कार्यरत डॉ अवध हिंदी के प्रति पूर्णतः समर्पित हैं। साहित्य, संस्कृति एवं साइंस में सामंजस्य के सवाल पर डॉ अवध इसे अपने श्रद्धेय पूर्वजों की विरासत बताते हैं। अभी हाल में वाराणसी, उत्तर प्रदेश से प्रकाशित होने वाली मासिक पत्रिका सच की दस्तक ने सामाजिक सरोकार एवं सहभागिता के लिए इन्हें इंटरनेशनल ह्युमन सॉलीडैरिटी सम्मान-2020 से सम्मानित किया है। अन्तरराष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के वॉलंटियर डॉ अवध स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर के अनेकों सम्मानों से सम्मानित किए जा चुके हैं।