मुक्तक/दोहा

तीन मुक्तक 

दिन आया अति पावन पवित्र
मकर संक्रांति की खुशियां फैलीं सर्वत्र
उड़ेगीं आकाश में नीली -पीली पतंग
सब जन मिलकर पढ़ो मानवता का मंत्र
 नहाओ भोर-भोर, कमाओ पुण्य-धर्म
करो गंगा, यमुना, कावेरी से पावन कर्म
खाकर तिल – लड्डू ,मूँगफली – गजक
सब जन समझो त्योहारों का मर्म
दान-धर्म कर जीवन सफल बनाओ
चलो – चलो साथी गंगा में डुबकी लगाओ
हाथ जोड़ ईश्वर से करो प्रार्थना
 सबका हो कल्याण, हमारा भी बेडा पार लगाओ
— मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

नाम - मुकेश कुमार ऋषि वर्मा एम.ए., आई.डी.जी. बाॅम्बे सहित अन्य 5 प्रमाणपत्रीय कोर्स पत्रकारिता- आर्यावर्त केसरी, एकलव्य मानव संदेश सदस्य- मीडिया फोरम आॅफ इंडिया सहित 4 अन्य सामाजिक संगठनों में सदस्य अभिनय- कई क्षेत्रीय फिल्मों व अलबमों में प्रकाशन- दो लघु काव्य पुस्तिकायें व देशभर में हजारों रचनायें प्रकाशित मुख्य आजीविका- कृषि, मजदूरी, कम्यूनिकेशन शाॅप पता- गाँव रिहावली, फतेहाबाद, आगरा-283111