बड़ा दानदाता
“अरे यार,उसका कोई चरित्र है।महाडामिस है वह तो।कितना नम्बर दो का पैसा कमाया है।उसे खुद ही नहीं मालूम होगा कि उसके पास कितनी दौलत है।कालाबाजारी कर भ्रष्ट तरीके से धन तो कमाया ही है, दुराचारी भी है।वह किसी के घर बुलाने के काबिल व्यक्ति नहीं है।”
“तो हम लोग उसके बंगले पर क्यों जा रहे हैं! ऐसे कमीने आदमी से पुण्य कार्यों के लिए कोई सहयोग हमें लेना भी नहीं चाहिए।”
“भाई,जाना तो पड़ेगा ही और सहयोग भी लेना पड़ेगा क्योंकि अपने आयोजन के लिए उससे बड़ा दानदाता कोई मिलेगा नहीं और उसे मुख्य अतिथि बनाएंगे तो अलग से भीड़ जुटाने की आवश्यकता भी नहीं रहेगी।अपनी फाईल पार्टी संगठन में भिजवाने के लिए ऐसे बड़े आयोजनों की भी तो जरूरत रहती है।”
ऐसे लोग तो बुरे कामों से हटेंगे नहीं, चाहे आप उसे बुलाएं या न . फिर ऐसे दानी से कुछ पैसे ले लेने से भी किया हर्ज़ है . चोर से कुछ ले ही लेना चाहिए या फिर उन के खिलाफ कुछ करिए, कोई सबूत इकठे कीजिये और उन को कनून की पकड़ में लायें .