राजनीति

योगी सरकार ने युवाओं व खेलों के लिए खोला दिल व धन का खजाना

ओलम्पिक खेलों में भारत के शानदार प्रदर्शन के बाद खिलाड़ियों का लगातार सम्मान किया जा रहा है। 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से समारोह में उपस्थित सभी खिलाड़ियों का तालियां बजवाकर अभिवादन किया जिससे सभी खेलप्रेमी अभिभूत हो गये तथा अगले दिन पीएम मोदी ने सभी खिलाड़ियों को अपने घर पर दावत दी और उनसे बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया। इससे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोंविद ने राष्ट्र के नाम अपने संबोंधन में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना कर उनका मान बढ़ाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभिनव प्रयोग का खेल जगत की हस्तियों ने स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने लालकिले की प्राचीर से खिलाड़ियों का अभिवादन कर खेल जगत का मन मोह लिया है। पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी कपिल देव का कहना है कि उनकी याद में अभी तक किसी भी प्रधानमंत्री ने देश के खिलाड़ियों का सम्मान नहीं किया है।
ओलम्पिक खेलों में पदक जीतकर आने वाले खिलाड़ियों का प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सम्मान किया और देश व प्रदेश के खिलाड़ियों व युवाओं के लिए दिल व धन का खजाना खोल दिया है। प्रदेश के विरोधी दलों ने सरकार के प्रयासो को निरर्थक बताया है जबकि यह प्रदेश व देश की जनता अच्छी तरह से जानती है कि अभी तक की सरकारों का खेलों व युवाओं के प्रति क्या रवैया रहा है। प्रदेश सरकार ने ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और सपोर्ट स्टाफ के लिए जिस तरह से खजाना खोला है उससे एक बड़ा संदेश दिया है और योगी सरकार के इस कदम ने ऐसे समय में एक लकीर खीचीं है जब खेलों में भी कुछ राजनैतिक दल व नेता प्रांतवाद का मुखौटा लगा लेते थे। लखनऊ में आयोजित पदक विजेता खिलाड़ियो का सम्मान समारोह कई मायने में अलग था क्योंकि इस समारोह में सभी पदक विजेताओं का सम्मान किया गया और इतना ही नहीं सेमी फाइनल मुकाबला खेलने वाली महिला टीम को भी सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा भी कि एक खिलाड़ी जब ओलम्पिक में जाता है तो वह देश का प्रतिनिधि होता है।
मुख्यमंत्री योगी ने इस अवसर पर ऐलान किया कि उत्तर प्रदेश अब खेलों में भी उत्तम प्रदेश बनेगा। उन्होंने कई घोषणाएं करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार खेलों के विकास को लेकर कटिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने मेरठ में बन रहे स्पोटर्स यनिवर्सिटी का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने का ऐलान किया। प्रदेश सरकार ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित करने के लिए अनुदान राशि पांच लाख से बढ़ाकर 25 लाख रूपये, एशियन चैम्पियनशिप की अनुदान राशि तीन लाख से बढाकर पांच लाख, जुनियर चैम्पियनशिप की राशि 50 हजार से बढ़ाकर पांच लाख, सीनियर चैम्पियनशिप की राशि 50 हजार से बढ़ाकर 10 लाख और इन तीनों वर्गों की प्रतियोगिता एक साथ आयोजित करने पर 1.12 लाख रूपये से बढ़ाकर 15 लाख रूपये अनुदान राशि करने का ऐलान किया है।
इतना ही नहीं प्रदेश सरकार ने दस साल के लिए कुश्ती व एक अन्य खेल को गोद लेने, हास्टल में रह रहे खिलाड़ियो की डाइट मनी को भी 250 रूपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 375 रूपये करने का ऐलान करके खिलाडियों व युवाओं का दिल जीतने का प्रयास किया है। ओलंपिक व अन्य खेल स्पर्धाओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की सीधे राजपत्रित अधिकारी के पद पर नियुक्ति की जायेगी। सम्मान समारोह में खिलाड़ियों को कुल 42 करोड़ रूपये की धनराशि दी गयी जो अपने आप में एक इतिहास व र्कीतिमान बऩ गया है। प्रदेश के राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी समारोह को संबेंधित करते हुए कहा कि वह नवाबों के शहर में खेल के नवाबों का स्वागत करके अभिभूत हैं।
यह सम्मान समारोह बहुत ही अभूतपूर्व व शानदार था। यह समारोह किसी पार्टी का इवेंट नहीं था। समारोह में सभी विरोधी दलों के नेताओं को भी बुलाया गया था लेकिन अपनी मानसिक विकृति की विचारधारा के चलते विरोधी दलों के नेता समारोह में नहीं पहुंचे। समारोह पर समाजवादी पार्टी ने तंज कसते हुए कहा कि खिलाड़ियों का सबसे ज्यादा हम सम्मान करते थे समाजवादी नेता का यह बयान बहुत ही हास्यास्पद है। यह प्रदेश की जनता अच्छी तरह से जानती है कि समाजवादी सरकार में फिल्मी सितारे बुलाये जाते थे और वह भी सैफई में सपा नेताओं का मनोरंजन करने के लिए। सपा सरकार में केवल तालिबान विचारधारा के हमदर्दों का ही सम्मान होता था।
दूसरी तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अपने अनुपूरक बजट में भी युवाओं के लिए खजाना खोल दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट बहस का उत्तर देते हुए ऐलान किया कि प्रदेश के एक करोड़ युवाओं को डिजिटली सक्षम बनाने के लिए उन्हें टेबलैट या स्माई मोबाइल फोन दिया जायेगा। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं को परीक्षा भत्ता मिलेगा। संस्कृत विद्यालयों के विद्यार्थियों को विशेष छात्रवृत्ति और संस्कृत शिक्षकों के खाली पदों पर नियुक्ति करने का फैसला लिया गया हैं मुख्यमंत्री ने बताया कि युवाओं के लिए तीन हजार करोड़ का एक विशेष कोष तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने एक कविता पढ़कर युवाओं के लिए संदेश भी दिया है। उन्होंने कहा कि नये युग का सृजन युवकों तुम्हारे हाथ में है। सम्मान समारोह और विधानसभा में युवाओं के लिए की गयी घोषणाओं, मिशन शक्ति के सहारे भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक बार फिर 2022 में अपनी सरकार बनाने जा रही है। अब देखना यह है कि क्या सरकार के इन कदमों से बेरोजगार युवा वर्ग की नाराजगी कुछ सीमा तक कम हो सकेगी। खेल एवं युवाखिलाड़ियो का सम्मान एक बहुत ही बड़ी व अच्छी पहल है इसका एक स्वच्छ संदेश जनमानस में जा रहा है।
— मृत्युंजय दीक्षित