गीत/नवगीत

आओ मिलकर स्वच्छ बनाये प्यारे हिंदुस्तान को

करना है प्रयास अब सारे हिंदुस्तान को
आओ मिलकर स्वच्छ बनाये प्यारे हिंदुस्तान को ।
भारत देश महान को प्यारे हिंदुस्तान को,
आओ मिलकर स्वच्छ बनाये, प्यारे हिंदुस्तान को ।।
स्वच्छ पवन स्वच्छ धरा और जल,नभ हर घर के द्वारे
नदी ,कूप ,ताल सरोवर , सागर नदियों के धारे ।
रहें प्रदूषण मुक्त सदा हम, स्वच्छ रखें आकाश को ।
आओ मिलकर स्वच्छ बनाएं भारत धरा महान को ।।
कचरा पात्र में कचरा डालें इधर उधर ना बिखरावें ।
घर – घर शौचालय बनवावें गन्दगी तनिक ना फेलावें ।
नदी नाले स्वच्छ रखें हम, हर आँगन दुकान को ।
आओ मिलकर स्वच्छ बनावें , प्यारे हिंदुस्तान को ।।
पॉलीथिन से दूर रहें हम, नजर हमे यह नही आवे ।
वृक्ष लगा और उन्हें बचा, हरियाली हम ला पावें ।
यही कामना सुधा सिंधु मय भारत धरा महान हो ।
आओ मिलकर स्वच्छ बनायें भारत धरा महान को ।।
स्वप्न करें साकार मिल हम, अब पीछे नही रहना है ।
रहें स्वच्छ हम और पड़ोस को भी , स्वच्छ ही रखना है ।
दिव्य भावना दिव्या की यह, दिव्य धरा महान हो ।
आओ मिलकर स्वच्छ बनाएं भारत भूमि महान को ।।
करना है प्रयास मिल अब, सारे ही हिंदुस्तान को ।
चलो मिलकर स्वच्छ बनाएं भारत धरा महान को ।
भारत देश महान को, प्यारे हिंदुस्तान को ।
आओ मिलकर स्वच्छ बनावें भारत भूमि महान को ।।

दिव्या जैन

छात्रा- द्वितीय वर्ष कला 298 सेक्टर नं. 4, गांधीनगर चित्तौड़गढ़ (राज.) - 312001 मो. 9413817232