गीत/नवगीत

अन्दर के रावण को

हे राम तेरे चरणों में, ध्यान लगाएं हम,
जब भी गाएं, तेरे ही गुण, गाएं हम ।
दुःख की जड़,दुर्गुणों को मेरे दूर करो,
सभी तरह के शत्रु, चकना-चूर करो ।
हनुमान से पात्र बनें हम भिलनी से-
अपनी भक्ति से हमको, भरपूर करो ।
अपने जैसे ही सद्गुण, कुछ हमको दो-
और संस्कार, तेरे जैसे ही, पाएं हम ।
सद्बुद्धि दो राम, सदां कृपा रखना,
दुर्घटना, रोग आदि से, रक्षा करना,
दुरुपयोग करें ना, धन का दान करें,
अपनी दृष्टि में ना पड़ जाए गिरना,
अपने अन्दर के रावण को मार सकें-
और तेरे ही पथ पर, चलते जाएं हम ।
विद्यावान, यशवान, लक्ष्मीवान बनें,
तेरी कृपा हो तो, हम भी महान बनें,
किन्तु बाँधकर रखना, मर्यादाओं में-
कर सद्कर्म, राष्ट्र के स्वाभिमान बनें ।
राम और क्या कहूँ कि तू सब जाने है-
सुख -दुख में कभी न तुझे भुलाएं हम ।
 — प्रमोद गुप्त

प्रमोद गुप्त

कवि, लेखक, पत्रकार जहांगीराबाद (बुलन्दशहर) उ. प्र. मोब. -97 593 29 229 - नवम्बर 1987 में प्रथम बार हिन्दी साहित्य की सर्वश्रेठ मासिक पत्रिका-"कादम्बिनी" में चार कविताएं- संक्षिप्त परिचय सहित प्रकाशित हुईं । - उसके बाद -वीर अर्जुन, राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण, युग धर्म, विश्व मानव, स्पूतनिक, मनस्वी वाणी, राष्ट्रीय पहल, राष्ट्रीय नवाचार, कुबेर टाइम्स, मोनो एक्सप्रेस, अमृत महिमा, नव किरण, जर्जर कश्ती, अनुशीलन, मानव निर्माण, विश्व विधायक, वर्तमान केसरी, शाह टाइम्स, युग करवट बुलन्द संदेश, बरन दूत, मुरादाबाद उजाला, न्यूज ऑफ जनरेशन एक्स, किसोली टाइम्स, दीपक टाइम्स, सिसकता मानव,आदि देश के अनेक स्तरीय समाचार पत्र व पत्रिकाओं एवं साझा संकलनों में- मेरी निजी/मौलिक रचनाएँ आदि निरन्तर प्रकाशित होती चली रही हैं । - विभिन्न कवि सम्मेलनों में कविता पाठ एवं अनेक कवि सम्मेलनों का आयोजन । - "प्रमोद स्वर" पाक्षिक समाचार पत्र का लगभग निरंतर 22 वर्ष सफल सम्पादन व प्रकाशन । - कई स्तरीय समाचार-पत्रों के संवाददाता-प्रतिनिधि के रूप में समय-समय पर कार्य किया । -वर्तमान में- संवाददाता-दैनिक पहल टू डे, गाज़ियाबाद (उ.प्र.) जिला संयोजक-संस्कार भारती । पटल संस्थापक व संचालक- संस्कार भारती जहाँगीराबाद