गीतिका/ग़ज़ल

चाँदनी रात

दिलकश-दिलफ़रेब है चाँदनी रात,
 दूध से नहाई है मौसम ए हयात।
तुम चुप रहो, हम भी रहें ख़ामोश ,
आँखों की आँखों से होती रहे बात।
 मन मदहोश करती है मदमस्त हवा,
 इत्र में डूब  सी गई है  सारी कायनात।
चाँद की चाँदनी चुपके से चुन लो
मोतियों से सजी है तारों की बारात।
धड़कन सुन रही धड़कनों का शोर,
प्यार की हो रही है गुपचुप शुरुआत।
हसरत है शोख़ गज़ल लिखने की,
 प्यार की सुर्ख़ स्याही, चाहतों की दवात।
दिल के शहर में वफाओं का घर है
 प्यार की हो गई खूबसूरत शुरुआत।
दिल कर रहा है दिल से दुआ प्रीति,
ठहर जाएँ यहीं पर ये हसीं लम्हात।
— प्रीति चोधरी “मनोरमा”

प्रीति चौधरी "मनोरमा"

पिता का नाम श्री सतेन्द्र सिंह माता का नाम श्रीमती चंद्रमुखी देवी जन्म स्थान ग्राम राजपुर,पोस्ट मलकपुर (बुलन्दशहर) पति का नाम श्री सुभाष सिंह डबास स्थायी पता श्रीमती प्रीति चौधरीW/o श्री सुभाष सिंह डबास ग्राम+पोस्ट लाड़पुर तहसील स्याना बुलंदशहर(यू०पी०) पिन कोड 203402 फ़ोन नंबर 9719063393 जन्मतिथि 05/08/1985 शिक्षा बी०ए०,एम०ए०,बी०एड०, विशिष्ट बी०टी०सी० व्यवसाय अध्यापन प्रकाशित रचनाओं की संख्या लगभग 66 प्रकाशित पुस्तकों की संख्या आखर कुँज(साझा संग्रह), स्वरांजलि(साझा संग्रह), रत्नावली(साझा संग्रह) प्रकाशनाधीन साझा संग्रह मैं निःशब्द हूँ (साझा संग्रह) हे भारत भूमि(साझा संग्रह) उन्मुक्त परिंदे (साझा संग्रह), नवकिरण (साझा संग्रह) काव्य सृष्टि (साझा संग्रह) शब्दों के पथिक (साझा संग्रह) सम्मान का विवरण साहित्य शिरोमणि सम्मान, स्वामी विवेकानंद साहित्य सम्मान, माँ वीणापाणि साहित्य सम्मान आदि।