मुक्तक/दोहा राजनीति पर दोहे मुक्तक अशर्फी लाल मिश्र 17/01/202229/01/2022 दलित, पिछड़े, राजनीति दोहा राजनीति की नाव पर , चढ़ता जो असवार। पिछड़े दलित शब्द सदा , राखै दो पतवार।। –अशर्फी लाल मिश्र