अमर लेखनी
कितनों ने किया है त्याग ,
कितनों ने किया बलिदान।
कितने मर कर जीवित है,
कितनों का मिटा निशान।।
लेखनी के द्वारा ,
लोग बने महान।
कोई बना देव तुल्य,
कोई बना भगवान।।
– अशर्फी लाल मिश्र
कितनों ने किया है त्याग ,
कितनों ने किया बलिदान।
कितने मर कर जीवित है,
कितनों का मिटा निशान।।
लेखनी के द्वारा ,
लोग बने महान।
कोई बना देव तुल्य,
कोई बना भगवान।।
– अशर्फी लाल मिश्र
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अमर वही है जिसको लेखक ने अपनी लेखनी से अमर कर दिया.