राखी
राखी का है उत्सव आया
हर जन का है मन हर्षाया
भाई बहना झूम रहे हैं
रब ने उनका पर्व बनाया
रंग बिरंगी राखी बिकती
सारा ही बाजार सजाया
बहन भ्रात को राखी बाँधे
भाई मंद मंद मुस्काया
मान रखूंगा तेरा हर दम
बहना को विश्वास दिलाया
नाजुक सी रेशम डोरी ने
देखो क्या संबंध बँधाया
अमर प्रेम का बंधन है यह
जिसमें सब संसार समाया
— डॉ. सोनिया गुप्ता