रक्षामंत्री ने किया चाणक्य वार्ता के रक्षा विशेषांक का लोकार्पण
नई दिल्ली। भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में रक्षा मंत्रालय स्थित अपने कार्यालय में अंतर्राष्ट्रीय पाक्षिक पत्रिका ‘चाणक्य वार्ता’ के रक्षा विशेषांक का लोकार्पण किया। पत्रिका द्वारा यह विशेषांक भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रकाशित किया गया है। इस विशेषांक के लोकार्पण के बाद पत्रिका का अध्ययन करने के पश्चात् रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पत्रिका के इस विशेषांक में वास्तव में महत्वपूर्ण दस्तावेजों से भरे तमाम ऐसे लेख हैं, जो संजोकर रखे जाएंगे। रक्षा मंत्री ने रक्षा विशेषांक की सराहना करते हुए इसे आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर जारी महत्वपूर्ण दस्तावेज बताया। मंत्री महोदय ने पत्रिका में रक्षा मामलों से संबंधित उत्कृष्ट जानकारी दिए जाने पर पत्रिका के सम्पादक मंडल को बधाई देते हुए चीन की चुनौतियों संबंधी एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारत हर तरह से शक्तिशाली है और चीन नटखट है, जो भारत से युद्ध की हिम्मत नहीं कर सकता। पत्रिका के लोकार्पण के अवसर पर पूर्व रक्षा सचिव वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डा. योगेन्द्र नारायण, पत्रिका के सम्पादक डा. अमित जैन तथा कार्यकारी सम्पादक उपस्थित रहे।
चाणक्य वार्ता के रक्षा विशेषांक में सम्पादक डा. अमित जैन, छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल तथा भारत सरकार के पूर्व रक्षा सचिव शेखर दत्त, भारत सरकार के पूर्व रक्षा सचिव जी. मोहन कुमार, पूर्व रक्षा सचिव एवं वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डा. योगेन्द्र नारायण, एकीकृत राष्ट्रीय सुरक्षा मंच (एफआईएनएस) के महासचिव डा. शेषाद्रि चारी, भारतीय वायुसेना में कार्यरत संदीप उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार तथा सामरिक मामलों के जाने-माने विश्लेषक योगेश कुमार गोयल, वरिष्ठ पत्रकार व रक्षा क्षेत्र के जानकार धीरेन्द्र मिश्र, डीआरडीओ में कार्यरत डा. रंजीत कुमार, वरिष्ठ पत्रकार डा. भरत कुमार, चाणक्य वार्ता के कार्यकारी सम्पादक आरपी तोमर, उत्तर प्रदेश शासन में संयुक्त सचिव डा. दीपक कोहली इत्यादि विशेषज्ञों के रक्षा संबंधी लेखों को संजोया गया है। पत्रिका में रक्षा क्षेत्र में भारत के बढ़ते कदम, भारत की सुरक्षा तैयारियों, चुनौतियों और क्षमताओं के विकास की जरूरत, रक्षा बजट और रक्षा सुधार, संयुक्त राष्ट्र शांति सेना मिशन में भारत की भागीदारी, बदलती वैश्विक परिस्थितियों में रक्षा अनुसंधान की भूमिका एवं संभावनाएं, स्वदेशी मिसाइलें, टैंक तथा अन्य रक्षा उपकरण, दुनियाभर की पसंद बने भारत के फाइटर जेट तेजस इत्यादि महत्वपूर्ण विषयों पर बेहतरीन जानकारी प्रस्तुत की गई है।
— योगेश कुमार गोयल