कुछ पल प्रकृति के संग
सुन, सखी री !
भावों और विचारों को
देकर कुछ विराम,
अंतर्मन में मुस्कान लिए
कुछ पल,
चहचहाते पंछियों और
प्रकृति संग,
पहाड़ों पर अपने घर-आँगन में
बिताते हैं।
रचयिता – आचार्या नीरू शर्मा
शिक्षिका / लेखिका
स्थान – कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश ।