गीत/नवगीत

युग परिवर्तन

जब-जब रावण पैदा होगा सच की सत्ता झुठलाएगा
हे राम तुम्हें इस धरती पर
हर बार बुलाया जायेगा

मूल्यों को निर्वासित करके
राक्षसगण परम कुलीन हुवे
देखो फिरसे सारे अवगुण
सिंहासन पर आसीन हुवे

नेतृत्व प्रदान करो इसको
सद्गुण भी शस्त्र उठायेगा

तैयार हो गया हवन कुण्ड
मंत्रों का उच्चारण होगा
जल जायेगा इस ज्वाला में
जो भी दुख का कारण होगा

जनमानस प्रहरी बनने की
अपनी भूमिका निभायेगा

युगपरिवर्तन का उज्जवल रथ
सारथी बना है सद्विचार
देखेगा फिर से अखिल विश्व
अभिमंत्रित अस्त्रों के प्रहार

ये अश्वमेध का पावन ध्वज
निर्भय होकर लहरायेगा

— सूर्य प्रकाश मिश्र

सूर्य प्रकाश मिश्र वाराणसी

जन्म तिथि -10/01/1958(बलिया ,उत्तर -प्रदेश ) शिक्षा - स्नातक (कृषि ) कृतियाँ -छुई मुई सी सुबह , वफा के फूल मुस्कुराते हैं भोर का तारा न जाने कब उगेगा, दरबान ऊँघते खड़े रहे , सुरीले रंग सूख रहा पौधा सूराज का भजकटया के फूल जाना है समय के पार (आठ गीत संग्रह ) कौवा पुराण (कुण्डली संग्रह ) सम्मान -अनेक सम्मान प्राप्त प्रकाशन -साक्षात्कार ,हरिगन्धा ,हिमप्रस्थ ,मधुमती ,अक्षरा ,हिन्दुस्तानी जबान ,देवपुत्र साहित्य अमृत ,व्यंग्य यात्रा ,वीणा ,राष्ट्र धर्म सोच विचार ,विज्ञान गंगा आदि शतकाधिक पत्रिकाओं में गीत ,कविता ,कहानी व्यंग्य प्रकाशित संप्रति -भारतीय स्टेट बैंक में प्रबन्धक पद से सेवा निवृत्त पता -बी 23/42 ए के बसन्त कटरा गांधी चौक खोजवा निकट दुर्गा कुंड वाराणसी 221010 मोबाइल 09839888743 ई मेल [email protected]