गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

मात पिता को पीर दे अपमान करते हैं।
छवि को क्यों देते गिरा संतान करते हैं।

खुद को ही माने सही बाजी रहे जीती,
उनकी ना मानो तभी तूफान करते हैं।

पाला कितने लाड़ से उम्मीद थी कितनी,
मौका मिलते ही अजी अनजान करते हैं।

खुद गीले में सो तुम्हें बिस्तर दिया सूखा,
सब कुछ भूले क्यों सदा अपमान करते हैं।

दिल उनका तोड़ो नहीं कुछ तो उन्हें मानो,
जनक तुम्हारे हैं वहीं पहचान करते हैं।

महल तुम्हारा है मगर वो नींव के पत्थर,
तेरी खुशियों का वही सम्मान करते हैं।

ममता चाहे हर खुशी तुझको नजर आए,
नादान नहीं मगर वो अहसान करते हैं।

— ममता सिंह, नॉएडा

ममता सिंह

पता : नोयडा। ऊत्तर प्रदेश **जन्मतिथि : ०५ जनवरी १९७० **जन्मस्थान : मुज़फ्फरपुर, बिहार। **शिक्षा : स्नातक(प्रतिष्ठा) डा आर बी बी एम महाविद्यालय ।बिहार विश्व विद्यालय,मुज़फ्फरपुर,बिहार। **संगीत प्रभाकर(स्वर), ईलाहाबाद। **उपलब्धियाँ। : आकाशवाणी केन्द्र एवं दूरदर्शन केन्द्र पटना में समाचार,कविता, कहानी लेखन/पठन एवं प्रसारण। **परिचर्चा में सहभागिता। विभिन्न नाटकों/ धारावाहिको/ लघु फिल्मों का निर्माण एवं अभिनय। **विभिन्न सामाजिक/ साहित्यिक/ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सम्मानित। **संप्रति : अध्यक्ष, सोशल एण्ड मोटिवेशनल ट्रस्ट( निबंधित स्वयं सेवी संस्था)। **संस्था के द्वारा सांस्कृतिक/ साहित्यिक/ जन चेतना से जुडे़ कार्यकलापों का संचालन। जन सेवा कार्य। **मासिक पत्रिका में सम्पादक **विभिन्न राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित रचनाएँ **सम्मान -टी. वी लाइव काव्य गौरव सम्मान **संस्कार भारती लक्ष्मी हरिभाऊ वाकणकर सम्मान **उत्कृष्ट काव्य पाठ स्वर सागर सम्मान **उत्कृष्ट लेखन के निमित्त काव्य सागर सम्मान **बाल साहित्य सम्मान में साहित्यकार सम्मान **काव्य संझा सम्मान भोजपुरी **अनिल कुमार मुखर्जी शिखर सम्मान 2021बिहार आर्ट थिएटर **हुनर दिखाए सम्मान **संस्कार भारती भगीरथ साहित्य सम्मान **सुचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा सम्मान **प्रकाशित रचनाएं : एकल काव्य रचना वैजयन्ति,कहानी प्रकाश्य **अभिराम-३( साझा संकलन) काव्यांजलि **संस्था द्वारा पुस्तक प्रकाशित *रश्मिअनंत( साझासंकलन) *प्रकाश्य : साझा काव्य संकलन रश्मि अनंत भाग – II, नीरनिधि ( साझा लघु कथा ) कहानी, बच्चों की कहानी मोबाईल नं : ७८३८६०३४२४ ई मेल आइडी : [email protected]