साहित्य अर्पण मंच पर स्वतंत्रता दिवस व बसंत पंचमी के उपलक्ष में काव्य गोष्ठी सम्पन्न
स्वतंत्रता दिवस व बसंत पंचमी एक अनूठा संयोग जिसका उत्साह सभी में देखने को मिला। फिर भला कवि कैसे पीछे रह सकते हैं…इसलिए साहित्य अर्पण मंच की व्यवस्थापिका आ०नेहा शर्मा जी, जो 2018 से निरंतर हिन्दी साहित्य के लिए हिन्दी के पथ पर अग्रसर हैं, उन्होंने काव्य गोष्ठी करने का निर्णय लिया और यह एक बहुत ही सराहनीय कार्य रहा। मंच संचालन नूतन गर्ग व विभा रंजन जी द्वारा सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न हुआ।
हमारे बीच मुख्य अतिथि भारतीय प्रसारण सेवा (आकाशवाणी) से सेवानिवृत्त, हिन्दी सलाहकार समिति संस्कृत मंत्रालय के सदस्य आदरणीय डॉ हरिसिंह पाल प्रारम्भ से लेकर अंत तक उपस्थित रहे और उन्होंने सभी का मनोबल भी बढ़ाया। सबका मार्गदर्शन किया कि किस प्रकार एक कविता रची जाती है! अपनी लिखी कविताओं को अपने मुख कमलों से सुनाकर गोष्ठी में चार चॉंद लगा दिए। विभा सिंह जी की मीठी आवाज़ में सरस्वती वंदना से मां का आह्वान किया गया।
गोष्ठी प्रारम्भ करते हुए नूतन गर्ग ने सभी कवयित्रियों और अपने अतिथि का स्वागत किया। सर्वप्रथम चंचल हरेंद्र वशिष्ट ने सरस्वती वंदना और देश भक्ति रचना से सभी को सराबोर कर दिया। रीमा सिंह ने माँ सरस्वती की आराधना करते हुए एक देशभक्ति घनाक्षरी और गाना गाकर समां बाँध दिया। अपर्णा ने देशभक्ति कविता की ह्रदय स्पर्शी पंक्तियों से सबका मन मोह लिया। अर्चना द्विवेदी की कविता ने सभी श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। जया साराभाई की पंक्तियों ने सभी का मन मोह लिया। स्मिता सिंह ने घनाक्षरी, दोहे और गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में “संविधान”पर बहुत ही मनमोहक रचना सुनाकर आयोजन में समा बाँध दिया।
आयोजनकर्ता नूतन गर्ग ने बसंत ऋतु के आगमन और गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में देश भक्ति रचना प्रस्तुत की जो सभी के हृदय तल में बसती चली गई। हमारी दूसरी आयोजनकर्ता विभा ने CDS ऑफिसर विपिन रावत पर लिखे मुक्तक से सभी के दिलों को जीत लिया। सभी का अद्भुत शब्द संयोजन रहा। कार्यक्रम के अंत में आयोजनकर्ता नूतन गर्ग व विभा ने अतिथि महोदय के साथ सभी आई कवयित्रियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए उनका मान बढ़ाया और कार्यक्रम को विश्राम दिया।
यह कार्यक्रम व्यवस्थापिका नेहा शर्मा की देखरेख में सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न हुआ।
साहित्य अर्पण टीम
— नूतन गर्ग