भजन/भावगीत

हे ईश्वर !

हे ईश्वर ! सुखदाता
दयादृष्टि ऐसी रखना
मेरे प्रभु…!
जीवन जिऊं सादगी से
कर्मपथ चलूं निडरता से
मन में लिए सद्भावना
हृदय में भरी हो शांति ।
व्यवहार हो मेरा मृदुल
सभी प्राणियों से हो स्नेह
सदा रहूं शुद्ध शाकाहारी
ऐसी दयादृष्टि रखना त्रिपुरारी ।
हे ईश्वर ! सुखदाता
मेरे भाग्य विधाता ।।
— मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

नाम - मुकेश कुमार ऋषि वर्मा एम.ए., आई.डी.जी. बाॅम्बे सहित अन्य 5 प्रमाणपत्रीय कोर्स पत्रकारिता- आर्यावर्त केसरी, एकलव्य मानव संदेश सदस्य- मीडिया फोरम आॅफ इंडिया सहित 4 अन्य सामाजिक संगठनों में सदस्य अभिनय- कई क्षेत्रीय फिल्मों व अलबमों में प्रकाशन- दो लघु काव्य पुस्तिकायें व देशभर में हजारों रचनायें प्रकाशित मुख्य आजीविका- कृषि, मजदूरी, कम्यूनिकेशन शाॅप पता- गाँव रिहावली, फतेहाबाद, आगरा-283111