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विश्व लघुकथा कोष में मिला स्थान : अर्विना गहलोत

हिंदी लघुकथाओं को बंगला भाषा में अनुवादित पुस्तक विश्व लघुकथा कोश में स्थान मिला है ।
इस पुस्तक में लगभग 100लोगोंकी लघुकथाएं सम्मिलित की गई इन लघुकथाकारों में देश के दिग्गज लघुकथाकारों के साथ साथ विदेशी लघुककार भी शामिल हैं
लघुकथा की सुगंध  बंगाल तक फैल चुकी है विश्व हिंदी लघुकथा संग्रह हाल ही में प्रकाशित हुआ है। आज के समय में लघुकथा सभी की पसंदीदा बन चुकी है।यह एक लोकप्रिय विधा बनती जा रही है।  यह जन-जन की पसंद  है ।अब बांग्ला में भी से पढ़ा जा सकेगा हिंदी लघुकथाओं का बंगला भाषा में अनुवाद करने का कार्य बेबी कारफरमा के द्वारा किया गया है वे संपादक के साथ-साथ अनुवादक भी हैं ।भारत देश के नामचीन लघुकथा कारों के साथ-साथ विदेशी  लघुकथाकारों की हिंदी लघुकथाएं इसमें शामिल की गई है।
लघुकथा पर बंगला में अभी बहुत कम काम हुआ है यह पुनीत कार्य बेबी करफारमा द्वारा किया गया है बंगला के पाठकों को लघु कथाओं से जोड़ने का प्रयास प्रशंसनीय है ।यह लघुकथा संग्रह बंगला पाठकों के लिए हिंदी लघु कथाओं के बारे में उसके शिल्प के बारे में जानने का मौका मिलेगा नए बंगला लेखकों के लिए यह किताब प्रेरणा स्त्रोत का कार्य करेगी बांग्ला भाषा में अनुवादित विश्व लघुकथा संग्रह में 100 लघुकथा लेखकों की 150 कथाएं सम्मिलित की गई हैं।

अर्विना गहलोत

जन्मतिथि-1969 पता D9 सृजन विहार एनटीपीसी मेजा पोस्ट कोडहर जिला प्रयागराज पिनकोड 212301 शिक्षा-एम एस सी वनस्पति विज्ञान वैद्य विशारद सामाजिक क्षेत्र- वेलफेयर विधा -स्वतंत्र मोबाइल/व्हाट्स ऐप - 9958312905 [email protected] प्रकाशन-दी कोर ,क्राइम आप नेशन, घरौंदा, साहित्य समीर प्रेरणा अंशु साहित्य समीर नई सदी की धमक , दृष्टी, शैल पुत्र ,परिदै बोलते है भाषा सहोदरी महिला विशेषांक, संगिनी, अनूभूती ,, सेतु अंतरराष्ट्रीय पत्रिका समाचार पत्र हरिभूमि ,समज्ञा डाटला ,ट्र टाईम्स दिन प्रतिदिन, सुबह सवेरे, साश्वत सृजन,लोक जंग अंतरा शब्द शक्ति, खबर वाहक ,गहमरी अचिंत्य साहित्य डेली मेट्रो वर्तमान अंकुर नोएडा, अमर उजाला डीएनस दैनिक न्याय सेतु