कहीं नहीं बाबुल सा प्यार
घूम लिया सारा संसार
कहीं नहीं बाबुल सा प्यार |
जन्नत के सम उसकी गोद
मिलता जिसमें प्रेम अपार |
अपने सारे सपने भूल
बच्चों के करता साकार |
जग चाहे सारा दे छोड़
पिता सदा करता मनुहार |
बाबुल है सबसे अनमोल
बच्चों का अनुपम उपहार |
जबसे मुझे गए तुम छोड़
जीवन का खोया आधार |
आते हो तुम हर पल याद
नमन तुम्हें है बारम्बार |
— डॉ सोनिया