कविता

आजादी का अमृत महोत्सव

हिन्दुस्तान की यह शान है, अनेकता में एकता ही पहिचान है।

भेद नहीं यहां कोई भी मन का, भरा भाव है यह सब जन का।।

पुराकाल से राष्ट्रीय जन का, धर्म-आद्यात्म का भाव भरा था।

ऋषि-मुनियों के ज्ञान-ध्यान का, मार्गदर्शन का प्रभाव रहा था।।

देवभक्ति के साथ यहां पर, देशभक्ति का मेल रहा था।

राष्ट्र-रक्षा और विकास का, सबके मन में भाव भरा था।।

देश के दुश्मन बाहर खड़े थे, उनसे राष्ट्र के शहीद लड़े थे।

समान भाव व विचार लिए थे, देश रक्षा को सभी खड़े थे।।

जब भी किसी ने की चालाकी, चुकानी पड़ी उन्हें कीमत भारी।

सत्य-सनातन भाव था भारी, समाज सुधार का काम था जारी।।

राष्ट्रीयता की है ये कहानी, इतिहास की है यही जुबानी।

देश-धर्म पर मिटने वाले, महान् शहीदों की है कुर्बानी।।

अट्ठार सौ सत्तावन की चिंगारी, मंगल पांडे ने यह ठानी।

स्वतंत्रता की यही क्रांति, राष्ट्रीय एकता की बनी निशानी।।

लक्ष्मी बाई की महा कुर्बानी, राष्ट्र स्वाभिमान की कथा-कहानी।

क्रांतिवीरों की निश्चय जुबानी, हर हाल में हट जाय गुलामी।।

अगस्त क्रांति की महा निशानी, राष्ट्र छोड़ना तब दुश्मन जानी।

पन्द्रह अगस्त की सुबह सुहानी, आजाद भारत की मनहर कहानी।।

पिचहत्तर वर्ष का स्वर्णिम सफर, बढ़ाता राष्ट्रप्रेम अर मन का बल।

आजादी का अमृत महोत्सव, स्वतंत्र राष्ट्र का यह गौरवशाली पल।।

शहादती पथ पर चलने की,राष्ट्रीय जनों ने अब मन में ठानी।

अमर शहीदों की वह कुर्बानी; सदा याद रखेगा हर हिन्दुस्तानी।।

— शम्भु प्रसाद भट्ट ‘स्नेहिल’

शम्भु प्रसाद भट्ट 'स्नेहिल’

माता/पिता का नामः- स्व. श्रीमति सुभागा देवी/स्व. श्री केशवानन्द भट्ट जन्मतिथि/स्थानः-21 प्र0 आषाढ़, विक्रमीसंवत् 2018, ग्राम/पोस्ट-भट्टवाड़ी, (अगस्त्यमुनी), रूद्रप्रयाग, उत्तराखण्ड शिक्षाः-कला एवं विधि स्नातक, प्रशिक्षु कर्मकाण्ड ज्योतिषी रचनाऐंः-क. प्रकाशितःः- 01-भावना सिन्धु, 02-श्रीकार्तिकेय दर्शन 03-सोनाली बनाम सोने का गहना, ख. प्रकाशनार्थः- 01-स्वर्ण-सौन्दर्य, 02-गढ़वाल के पावन तीर्थ-पंचकेदार, आदि-आदि। ग. .विभिन्न क्षेत्रीय, राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की पत्र/पत्रिकाओं, पुस्तकों में लेख/रचनाऐं सतत प्रकाशित। सम्मानः-सरकारी/गैरसरकारी संस्थाओं द्वारा क्षेत्रीय, राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के तीन दर्जन भर से भी अधिक सम्मानोपाधियों/अलंकरणों से अलंकृत। सम्प्रतिः-राजकीय सेवा/विभिन्न विभागीय संवर्गीय संघों तथा सामाजिक संगठनों व समितियों में अहम् भूमिका पत्र व्यवहार का पताः-स्नेहिल साहित्य सदन, निकटः आंचल दुग्ध डैरी-उफल्डा, श्रीनगर, (जिला- पौड़ी), उत्तराखण्ड, डाक पिन कोड- 246401 मो.नं. 09760370593 ईमेल [email protected]