लघुकथा

लघुकथा – बीज से संवाद

इंसान ने एक राई भर बीज से पूछा – “तुम कौन हो ?”

नन्हें बीज ने कहा – “मैं एक विशाल बरगद हूँ।”

इंसान ने कहा -“मैं ये कैसे मान लूँ कि तुम एक बरगद हो। दिखते तो नन्हें-से हो।”

“मुझे अनुकूल वातावरण देकर मिट्टी में उगाकर तो देखिए।”

इंसान ने कहा – “अनुकूल वातावरण ? नहीं, नहीं , ये तो संभव नहीं है। अगर ऐसा कर पाये तो हमें इंसान कौन कहेगा ?

— अशोक कुमार ढोरिया

अशोक कुमार ढोरिया

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