कविता
प्रेम सहित जो सभी रहेंगे
मन के सारे द्वेष मिटेंगे |
कठिन परिश्रम किया अगर जो
सहरा में भी फूल खिलेंगे |
हिम्मत मन में जो हो धर ली
भव सागर से पार तरेंगे |
जीवन जीना सरल लगेगा
राम नाम जो सदा भजेंगे |
खुद में जो विश्वास करा हो
किस्मत अपनी आप लिखेंगे |
— डॉ. सोनिया गुप्ता