रहो
लबों पर हँसी को बनाए रहो |
सभी दर्द अपने दबाए रहो ||
बहुत बोलते लोग बेकार में |
न हर बात दिल से लगाए रहो ||
छुओ इस तरह से किसी का हृदय |
सभी के दिलों में समाए रहो ||
करो मत भरोसा किसी पर कभी |
सभी भेद अपने छिपाए रहो ||
न पीछे कभी देखना क्या हुआ |
हमेशा कदम तुम बढ़ाए रहो ||
— डॉ. सोनिया