राजनीति

हिन्दुत्व की स्थापना और शुक्रिया मोदी भाईजान !

500 वर्षों के अथक संघर्ष के पश्चात अयोध्या में प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पर दिव्य एवं भव्य राम मंदिर के निर्माण के साथ ही उसके गर्भगृह में प्रभु श्रीरामललाकी प्राण प्रतिष्ठा का शुभ अवसर भी अब आ पहुँचा है। संपूर्ण विश्व में सनातनी आनंद सागर में गोते लगा रहे हैं और 22 जनवरी को भव्य दीपावली मनाने के लिए एकरस हो रहे हैं। प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के प्रति उत्साह चरम पर है और बाजारों में उसी प्रकार खरीदारी हो रही है जिस प्रकार पंच दिवसीय पर्व दीपावली पर होती है।

जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व अपना 11 दिन का कठिन व्रत, अनुष्ठान प्रारंभ किया है और गीत- संगीत में रुचि रखने वाले कलाकारों को राम भजन गाने के लिए प्रेरित करने के साथ साथ उनके भजन भी सोशल मीडिया के माध्यम से साझा किए हैं पूरा  वातावरण राममय हो गया है। धर्म जाति भाषा से परे रामभक्ति भाव में डूबे कलाकार रामधुन गाकर समाजिक समरसता का अद्भत वातावरण बना रहे हैं। श्रीनगर की मुस्लिम बेटी के रामधुन गाने से लेकर तीन तलाक पीड़ित मुस्लिम महिलाओं द्वारा दीवापली मनाने की तैयारिययों से  देश के  छद्म धर्मनिरपेक्ष घबरा गये हैं और विघ्नसंतोषी बनकर अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे है। 

अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण से आज भारत के मुस्लिम समाज का एक बड़ा वर्ग भी बहुत खुश है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ओर से एक सर्वे कराया गया है जिसमें दावा किया गया है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा समारोह से 74 प्रतिशत मुस्लिम खुश हैं। सथा ही 70 प्रतिशत मुसलमानों को मोदी सरकार पर विश्वास है।वहीं 72 प्रतिशत मुसलमानों ने माना है कि  विपक्ष के पास कोई मुददा नहीं है, 70 प्रतिशत मुसलमान मान रहे हैं कि भारत विश्व शक्ति बनकर उभरा है।सर्वे में 74 प्रतिशत मुसलमानों ने ने अपनी राय मंदिर और 72 प्रतिशत मुसलमानों ने मोदी सरकार के पक्ष में अपनी राय दी है। इस सर्वे के लिए एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, हिमांचल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, बेंगलुरू, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बंगाल, बिहार, झारखंड, असम और  पूर्वेत्तर के मुसलमानों की राय ली गई है। 

ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व व उनकी विकासपरक गारंटियों के कारण  हिंदू व मुस्लिम समाज में सामाजिक समरसता का वातावरण बना है जिसे अब अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा ने शुक्रिया मोदी भाईजान सम्मेलनों की शुरूआत कर दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसी लक्ष्य को साधने के लिए 96 प्रतिशत मुस्लिम बहुल लक्षद्वीप से अपने अभियान का श्रीगणेश कर सभी को चौंका दिया, अब उनका यह अभियान लगातार गति पकड़ कर रहा है। 

संपूर्ण भारत ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व को राममय बनाने के बाद भाजपा का यह अभियान प्रारम्भ हुआ है। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की ओर से मुस्लिम महिलाओं को लेकर शुक्रिया मोदी भाईजान अभियान प्रारम्भ किया है जिसके अंतर्गत पार्टी ने “न दूरी है न खाई है मोदी हमारा भाई है” का नारा दिया है। भाजपा का यह अभियान सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के आसपास ही नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भी कई अवसरों पर पसमांदा मुस्लिमों की बात कर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अब भाजपा का ध्यान मुस्लिम पसमांदा उत्थान और अल्पसंख्यकों के लिए कौशल विकास योजना जैसी कई योजनाओं पर भी है।मुसलमानों  के प्रति भाजपा की रणनीति एकदम स्पष्ट हो चुकी है कि धर्म से ऊपर उठकर लाभार्थी दृष्टिकोण  से पसमांदा समाज को भाजपा से जोड़ना है। भाजपा ने 2022 में ही पसमांदा मुस्लिम समाज के लिए एक अलग विंग का गठन कर दिया था।अब भाजपा मुद्रा योजना,प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना को लेकर भी रणनीति बना रही है। भाजपा इस समय मुस्लिम समाज को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए मुस्लिमों से संवाद बढ़ाने के लिए मस्जिद -मंदिर संवाद से लेकर सूफी संवाद तक कई अभियान चला रही है और इन्हें आगे बढ़ाने की योजना भी है।सूफी संवाद उन जिलां में होगा जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 20 प्रतिशत है।  

भाजपा का शुक्रिया मोदी भाईजान कार्यक्रम मुस्लिम महिलाओं के लिए किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत जनसभाएं व सम्मेलन आयोजित किये जा रहे हैं जिसमें केवल तीन तलाक पीड़ित व कानून बन जाने के बाद लाभार्थी मुस्लिम महिलाओं  की भागीदारी होगी। इसमें विभिन्न योजनाओें में लाभार्थी मुस्लिम महिलाओं को भी जोड़ा जा रहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित जनसभा में पूर्व केंदीय मंत्री शहनवाज हुसैन ने मुस्लिम महिलाओें की एक बड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि खुदा से डरने वाली कौम को सपा, बसपा व कांग्रेस आदि की दुकानें बंद कर देनी चाहिए।उन्होंने मुस्लिम समुदाय से जोरदार अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा को समर्थन देकर भाजपा का डर दिखाने वाले सभी दलों की दुकानें बंद करायें।  

यह सर्वविदित तथ्य है कि मोदी सरकार की अनेकोक योजनाओं से मुस्लिम समाज की महिलाओं को सीधा लाभ पहुंच रहा है।सर्वाधिक महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि तीन तलाक कानून के डर से अब तीन तलाक केस बहुत हद तक कम हो गये हैं। विगत वर्ष अल्पसंख्यकों को 7000 करोड़ से अधिक का ऋण उपलब्ध कराया गया है।मुस्लिम समाज को ओडीओपी , स्वनिधि योजना, आवास योजना व होमलोन आदि से जबर्दस्त लाभ मिल रहा है।सरकार की विभिन्न योजनाओं के कारण आज कई गरीब मुस्लिम परिवार भी अमीरी रेखा के दायरे में आ गये हैं। 

मोदी सरकार में मुस्लिम समाज के उत्थान के कारण ही आज जब राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है उस समय भी मुस्लिम तुष्टिकरण में संलिप्त रहने वाले सभी नेता व दल मस्जिदों की सुरक्षा के नाम पर मुस्लिम युवाओं  को भड़काने में  लगे हैं कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर किसी भी प्रकार से माहौल खराब किया जाये ओैर विध्न डाला जाये। 

मुस्लिमों के बीच भाजपा ने 25 हजार मोदी मित्र बनाये हैं। ये मोदी मित्र समाज में विविध आयोजनों के माध्यम से भाजपा के प्रति मुस्लिम समाज में सकारात्मक संदेश दे रहे हैं। केरल जैसे राज्यों में स्नेह मिलन यात्राएं निकाली जा रही हैं और घर- घर जाकर अल्पसंख्यक समाज से संपर्क साधा जा रहा है जिसके कारण भाजपा और अल्पसंख्यकों के मध्य दूरी कुछ कम जरूर हुई है।केरल में कई पादरी और ईसाई परिवार तथा मुस्लिम समाज के लोग भाजपा की ओर आकर्षित हो रहे हैं। अब भाजपा अपने सभी कार्यक्रमों में अल्पसंख्यक समाज के लाभार्थियों से बात कर रही है और कल्याणाकारी योजनाओं से अन्य परिवारों को जोड़ भी रही है। 

मोदी सरकार के मुस्लिम देशों से अच्छे सम्बन्ध भी मुसलमानों को मोदी के प्रति आश्वस्त करते हैं। इसका  उदाहरण पहले कतर में देखने को मिला जहां 8 भारतीयों की मौत की सजा रोक दी गयी है। वहीं अभी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और विदेश राज्य मंत्री व मुरलीधरन ने सऊदी अरब की यात्रा की जहाँ स्मृति ईरानी ने परम्परागत भारतीय वेशभूषा में मदीना का दौरा कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। उनकी यात्रा से भारत  के अंदर के मुस्लिम तुष्टिकरण की विकृत राजनीति करने वाले वामपंथी मीडिया व नेताओं का सिर चकरा गया क्योंकि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि कोई भारतीय हिंदू महिला साड़ी पहनकर मदीना की यात्रा कर सकती है और फिर पैगम्बर की मस्जिद, अल मस्जिद अल नबवी, उहुद के पहाड़ और क्यूबा मस्जिद आदि का दौरा कर सकती है। स्मृति ईरानी ने यात्रा के बाद बताया कि उन्होंने सऊदी अधिकारियों से इन स्थलों की यात्रा का महत्व ,प्रारंभिक इस्लामी इतिहास से जुड़ा हुआ है जो हमारे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जुड़ाव की गहराई को दिखाता है।भारत सरकार हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए सुविधाएं और सेवाएं देने के अपने वादे पर कायम है। इस दौरे में भारत और सऊदी अरब के बीच हज यात्रा 2024 के लिए एक ऐतिहासिक समझौता भी हुआ जिसमें भारत के लिए 1,75,025 तीर्थयात्रियों का कोटा तय किया गया है।कई अन्य महतवपूर्ण प्रावधान भी किये गये हैं।भारत सरकार हज यात्रियां व सऊदी यात्रा पर जाने वाले लोगां के लिए कई सुविधाएं बढ़ाने पर विचार कर रही है।

स्वाभाविक है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के खिलाफ दुष्प्रचार करने वाले दाले के नेताओं को स्मृति ईरानी की यात्रा की सकारात्मक बात तो समझ में नहीं आई किंतु वे उनकी साड़ी पर टिपण्णी करते अवश्य देखे गए । भारत और मुस्लिम राष्ट्रों की मित्रता का नजारा अभी गुजरात में आयोजित निवेश सम्मेलन में देखने को मिला था। मुस्लिम तुष्टिकरण करण करने वाले राजनैतिक दल यह भूल जाते हैं कि विश्व के कई मुस्लिम राष्ट्र प्रधानमंत्री मोदी को सम्मानित कर चुके हैं।आगामी दिनों में प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी कई मुस्लिम संसदीय क्षेत्रों  में विशाल जनसभाएं करने जा रहे हैं और वे दक्षिण के राज्यों में हो सकती है।

विपक्षी दलों को अंदर ही अंदर यकीन हो रहा है कि अगर भारतीय जनता पार्टी की राम लहर और मोदी भाईजान के मध्य जरा सा भी सामंजस्य बैठ गया तो आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी 400 पार आसानी से जा सकती है। 

— मृत्युंजय दीक्षित