गीत
अवधपुर राजा राम पधारे ।
दीप जले है देखो घर घर , उत्सव द्वारे द्वारे ।
अवधपुर……….
जनमानस के नायक रघुवर ।
जन जन के सुखदायक रघुवर।
दनुजवनों के लिए हुतासन ,
धरे धनुष कर सायक रघुवर ।
रुदन कर रहे हैं दानवगण, हर्षित मानव सारे ।
अवधपुर राजा राम पधारे ।
शबरी माई फल लाई है ।
कपिसेना अति हरषाई है।
केवट घाट पे बाट निहारे ,
प्रभुजी! बाकी उतराई है ।
सरयू माई हरषाई, अब प्रभु के पाँव पखारे ।
अवधपुर राजा राम पधारे ………..
वर्ष पांच सौ ,पीड़ादायक ।
यों चुभते जैसे विष सायक ।
बीत गये सब काले दिन अब ,
आई है वेला सुखदायक ।
हुए राममय भक्त सभी वो ,प्राण जिन्होंने वारे ।
अवधपुर राजा राम पधारे ।
— डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी 22/01/24