गीतिका
किसी डूबते को किनारा मिला है
प्रभु जब तुम्हारा इशारा मिला है
तेरी रहमतें जब बरसने लगी तो
लगा जैसे जीवन दुबारा मिला है
न जाएँ कहीं अब तेरा छोड़कर दर
यहाँ खूबसूरत नजारा मिला है
जहाँ साथ छोड़ा सभी नें हमारा
वहाँ हाथ हमको तुम्हारा मिला है
हमें पाप के जब अँधेरे नें घेरा
तेरे नाम का तब सितारा मिला है
सफल हो गई श्याम पूजा हमारी
हमें अब तुम्हारा सहारा मिला है
— रमा प्रवीर वर्मा