कविता
ठंडी हवा चली
मोहब्बत
दिलो दिमाग पर छाई
पहली बारिश की
मिट्टी की सोंधी खुशबू ने
खुशबुओं के सारे
समीकरण कर दिए फैल |
प्यार को बढ़ाने में
मदमस्त खुशबू भी मदद करती
बारिश में
प्रेम परवान चढ़ता
चेहरा मुस्कुराता
प्यार अपने आप करीब
आँखों में आजाता
जब मौसम पहली बारिश का
मिट्टी की
सोंधी खुशबू लाता |
— संजय वर्मा दृष्टि’