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अक्षर योग केंद्र ने 5 नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए

हिमालयन सिद्ध योग गुरु अक्षर के दूरदर्शी नेतृत्व में एक नया इतिहास रचा गया। अक्षर योग केंद्र ने 5 विशिष्ट योगासनों का वैश्विक मानकों पर सफलतापूर्वक प्रदर्शन करके 5 नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए। दरअसल, 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव कार्यक्रमों की श्रृंखला में आयोजित इस स्पर्धा के जरिये योग की सार्वभौमिक अपील यानी शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण के लिए इसके गहन लाभों का संदेश पूरी दुनिया देने का प्रयास किया गया।
उल्लेखनीय है कि पांच वैश्विक कीर्तिमान स्थापित करने वाले आसनों में नौकासन, कौण्डिन्य आसन (ऋषि कौंडिन्य मुद्रा), चक्रासन, भगवान शिव की एक मुद्रा नटराजासन, पांच मिनट तक लगातार सूर्य नमस्कार का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया गया। अक्षर योग केंद्र ने त्रिपुरा वासिनी, पैलेस ग्राउंड, बेंगलुरु में सात आसनों के लिये गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के लिए प्रयास किया गया था। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की अंतर्राष्ट्रीय टीम ने मानकों का अध्ययन करके पांच आसनों में रिकॉर्डों को मान्यता दी। इसके अलावा दो आसनों पर रिकॉर्ड की मान्यता समीक्षाधीन हैं।जिन्हें विचार के लिए लंदन भेजा जाएगा।
भारत की प्राचीन परंपराओं में गहराई से निहित योग, विश्व स्तर पर स्वास्थ्य और आध्यात्मिक कल्याण के प्रतीक के रूप में कार्य करता है। हिमालयन सिद्ध योग गुरु अक्षर के अनुसार इन रिकॉर्ड को बनाने का उद्देश्य योग के असंख्य लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाना, दुनिया भर के लोगों को समग्र स्वास्थ्य और आंतरिक शांति के लिए इस अभ्यास को एकीकृत करने के लिए प्रोत्साहित करना है। त्रिपुरा वासिनी, पैलेस ग्राउंड में प्रभावशाली वैश्विक भागीदारी ने सांस्कृतिक और भौगोलिक सीमाओं को पार करने की योग की क्षमता को प्रदर्शित किया।
हिमालयन सिद्ध अक्षर के नेतृत्व में इस अवसर पर योग के गहन प्रभाव पर प्रकाश डाला गया। साथ ही समर्पित अभ्यास के माध्यम से अनुशासन का प्रदर्शन किया गया। शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक स्पष्टता और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देने के लिए समर्पित अक्षर योग केंद्र इसके विविध लाभों को प्रदर्शित करने के लिए नियमित रूप से फिटनेस शिविर, मुद्रा कार्यशालाएं और ध्यान सत्र आयोजित करता है।
हिमालयन सिद्ध अक्षर के अनुसार, “योग शरीर, मन और आत्मा का एक अभिन्न अंग है। यह इन तत्वों को एकजुट करता है और मानवता के लिए एक अनमोल उपहार के रूप में कार्य करता है। यह उल्लेखनीय घटना वास्तव में लोगों के लिए एक आशीर्वाद है, जो उन्हें योग के अभ्यास को अपनाने के लिए प्रेरित करती है। यह दुनिया भर में एक शक्तिशाली संदेश भेजता है, जिससे हर किसी को योग के गहन महत्व और इसके लाभों का एहसास होता है। इसके अलावा, यह उपलब्धि हमारे देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को उजागर करती है। इसके साथ ही समग्र स्वास्थ्य और आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा देने में वैश्विक नेता के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करती है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के वरिष्ठ निर्णायक स्वप्निल डांगरीकर और ऋषिनाथ ने पुष्टि की कि 5 रिकॉर्ड सफलतापूर्वक पूरे किए गए थे। स्वप्निल डांगरीकर ने कहा, “मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि टीम अक्षर योग केंद्र ने सफलतापूर्वक 5 नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड खिताब स्थापित किए हैं। मुझे याद नहीं आता कि मैंने एक ही दिन में इतने सारे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स सर्टिफिकेट दिए हैं।’
उल्लेखनीय है कि इन विश्व रिकार्डस बनाने के लिए जीवन के सभी क्षेत्रों से प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें कि ,छात्रों ने, अनाथालयों के बच्चे, व्यापारिक समुदाय के सदस्य और कॉर्पोरेट घराने शामिल थे।
इसमें भाग लेने वाले एनसीसी ग्रुप ‘ए’ बैंगलोर के 1200 से अधिक एनसीसी कैडेटों का विशेष योगदान रहा है। उनके साथ, उप महानिदेशक, एनसीसी डीटीई कर्नाटक और गोवा, ग्रुप कमांडर, एनसीसी ग्रुप मुख्यालय ‘ए’ बेंगलुरु, कमांडिंग ऑफिसर, एसोसिएट एनसीसी अधिकारी, ग्रुप ‘ए’ एनसीसी बटालियन के स्थायी प्रशिक्षक भी इस भव्य आयोजन का हिस्सा थे। इस गरिमामय समारोह में 20 से अधिक विभिन्न देशों के प्रतिभागी भी शामिल हुए।

कर्मयोगी

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