लो आ गई जुलाई
लो आ गई देखो जुलाई,
बच्चों को हो गई स्कूलों में छुट्टियां,
लेकर बड़े-बड़े रजिस्टर कर दो शुरू पढ़ाई।
नानी के घर जाना भी है जरूरी,
पढ़ाई करने की भी है मजबूरी,
मम्मी पापा रोज करें अब तंग,
ढेर सारा काम बचा है अभी,
होगा जब सारा छुट्टियों का काम,
नानी के घर जाने की तभी मिलेगी मंजूरी।
बारिश में भी बच्चों ने खूब मौज उड़ाई,
आम चूस चूस कर देखो छुट्टियां बिताई,
किताबें कॉपियों ने भी अब ली नई अंगड़ाई,
को देख लो आ गई जुलाई।
— डॉ. जय महलवाल