पुस्तक समीक्षा

पुस्तक समीक्षा

सवैया कविता का एक छंद है जो किसी की प्रशंसा में लिखा जाता है।इस छंद में प्रत्येक छंद,सामान्य छंद की लंबाई का एक चौथाई गुना होता है।
सवैया छंद में समतुकांत चार समान चरण होते हैं।इसके चरणों मे वर्णों की संख्या 22 से 36 तक हो सकती है।
रसखान घनानंद आलम जैसे प्रेमी भक्त कवियों ने भक्ति भावना के उद्देग आवेग की सफल अभिव्यक्ति सवैया लिखकर की।
सवैया ब्रज भाषा मे लिखते हैं। ब्रज काफी सरस् व मनोरम होती है।
फेसबुक पर गूगल ड्राइव लिंक में संग्रहित कृति छगन छंद सवैया पढ़ी।राजस्थान के छंद गुरु परम् आदरणीय छगनलाल गर्ग विज्ञ जी द्वारा कई कृतियाँ लिखी गई है। प्रस्तुत कृति का प्रथम संस्करण 2020 में उत्कर्ष प्रकाशन द्वारा किया गया।विज्ञ जी हिंदी साहित्य के क्षेत्र में एक ख्यातिनाम कवियों में गिने जाते हैं। उनकी लिखी काव्य कृतियाँ जीने की कला सिखाती है। अध्यात्म से जुड़ी हुई उनकी हर काव्य कृति रहेगी है। सामाजिक सरोकारों से जुड़े उनके सवैया समाज मे भाईचारा एकता के भाव पैदा करते हैं।
छगन छंद सवैया कृति में विज्ञ जी ने अलंकारों का सुन्दर प्रयोग किया है।आपकी यह कृति अध्यात्म के सरल सहज मार्ग पर चलाने का काम करती है।गुरु भक्ति क्या होती है इस कृति से सीखा जा सकता है।भाषा भाव ,शिल्प सौंदर्य अनुपम है।कालजयी कृति कह सकते हैं।
आपने यह कृति अपने दोनों सुपत्रों को समर्पित की है। आदरणीय दिनेश जी,महेंद्र जी।इस कृति की भूमिका देश के ख्यातिनाम छंद गुरु शेलेन्द्र खरे सोम जी ने लिखी जिसे जितनी बार पढ़ो नई लगती है। बहुत सुंदर भूमिका लिखी आपने। शुभकामना सन्देश साहित्य संगम संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय राजवीर सिंह मंत्र जी,युगधारा की संस्थापक सौम्या मिश्रा जी,रामकृष्ण विनायक जी के पढ़े।
प्रस्तुत कृति में विज्ञ जी ने दुर्मिळ मतगयंद गंगोदक महाभुजंग अरविंद किरीट अरसात मदिरा मुक्तहारा सुखी सवैया लिखे हैं जिनमें अंतर की पीड़ा का हल गुरु कृपा बताया है।गंगोदक सवैया में साधना का विशद वर्णन मिलता है। अरसात सवैया में आत्मा के उद्धार का सन्देश निहित है।
सारांशतः 111 पेज की इस कृति में विज्ञ साहब ने मानव को जीने की कला सिखाई है।
मैं इस कृति के लिए विज्ञ साहब को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ।साहित्य जगत में यह कृति नक्षत्र की भांति चमकती रहे। नवोदित रचनाकारों के लिए यह कृति पथ प्रदर्शक का कार्य करेगी। पुनः बधाई।

— डॉ. राजेश कुमार शर्मा पुरोहित

कृति का नाम:- छगन छंद सवैया
प्रकाशक:- उत्कर्ष प्रकाशन
पृष्ठ:-111
समीक्षक:- डॉ. राजेश कुमार शर्मा पुरोहित

राजेश पुरोहित

पिता का नाम - शिवनारायण शर्मा माता का नाम - चंद्रकला शर्मा जीवन संगिनी - अनिता शर्मा जन्म तिथि - 5 सितम्बर 1970 शिक्षा - एम ए हिंदी सम्प्रति अध्यापक रा उ मा वि सुलिया प्रकाशित कृतियां 1. आशीर्वाद 2. अभिलाषा 3. काव्यधारा सम्पादित काव्य संकलन राष्ट्रीय स्तर की पत्र पत्रिकाओं में सतत लेखन प्रकाशन सम्मान - 4 दर्ज़न से अधिक साहित्यिक सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित अन्य रुचि - शाकाहार जीवदया नशामुक्ति हेतु प्रचार प्रसार पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य किया संपर्क:- 98 पुरोहित कुटी श्रीराम कॉलोनी भवानीमंडी जिला झालावाड़ राजस्थान पिन 326502 मोबाइल 7073318074 Email [email protected]