दिवाली त्योहार
भारतीय संस्कृति का अनमोल उपहार ।
सबसे प्यारा, सबसे न्यारा दिवाली त्योहार ।।
साफ- सफाई और सजावट का संदेश ।
खुशियों के संग लाता, देता अनुपम उपदेश ।।
दीपों की सौगात, पटाखों का कुछ शोर ।
शाम होने का बच्चे करती बेसब्री से इंतजार ।।
फुलझड़ियां जलें, जलें चकवे, बनता विश्वास ।
मिटती-जलती हर बुराई, जगती प्रेम की आस ।।
दमकता -चमकता हर घर -आंगन आज ।
खुशियों की महक से महकता हर हृदय आज ।।
सतर्कता से फोड़े बस थोड़े से पटाखे सब जन ।
ताकि पर्यावरण स्वच्छ बना रहे, स्वस्थ रहे तन ।।
— मुकेश कुमार ऋषि वर्मा