कविता

कविता

ये मत सोचना तुम,
तुम्हें याद नही करते है हम..!!
सुबह की मुस्कान भरी चाय हो तुम,
दोपहर का ख्याल भरा आराम हो तुम।
मेरे ढलते हुए दिन की शाम हो तुम,
रात में सपने देखने का इंतजाम हो तुम।
तुम ही मेरी नींद – चैन,
तुम ही मेरे नैन।
इन नैनों से जो देख रहा हूं,
वों संसार हो तुम।
तुम्हे कैसे भूल जाऊं,
पहला- पहला प्यार हो तुम।
ये मत सोचना तुम,
तुम्हे याद नही करते है हम…!!

— प्रशांत अवस्थी “रावेन्द्र भैय्या”

प्रशांत अवस्थी 'रावेन्द्र भैय्या'

आत्मज- श्रीमती रेखा देवी एवं श्री शुभकरन लाल अवस्थी. जन्मतिथि - 18 सितम्बर 2005. जन्म स्थान - ग्राम अफसरिया ,महमूदाबाद सीतापुर उ.प्र. शिक्षा- डी.एड.स्पेशल एजुकेशन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, मोबाइल नंबर -9569726127. G-mail- [email protected]

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