जोगीरा सारा रा रा रा
योगी जी को मिली सराहना गजब था उनका ढंग…
महाकुंभ का मेला देख दुनिया थी दंग…।
जोगीरा सारा रा रा रा।
फाग उत्सव में चढ़ रहा देखो चैत का रंग…
होली के संग पढ़ लो मेरे राजनीतिक व्यंग…।
जोगीरा सारा रा रा रा।
आप पार्टी ने दिल्ली में चली अनेकों चाल…
बिजली पानी मुफ़्त बांटकर जीत न पाए खुजलीवाल…।
जोगीरा सारा रा रा रा।
आप पार्टी हुई है दिल्ली में देखो अब सत्ता से दूर…।
दिल्ली में कमल खिला सबने कोशिश की भरपूर…।
जोगीरा सारा रा रा रा।
बैठे-बैठे जेल में सिसोदिया करते रोज विचार …।
जेल से बाहर आखिर किस दिन निकलूंगा यार ….।
जोगीरा सारा रा रा रा।
भरी जवानी बीत गयी अब किसे लगायें रंग…।
बहू मिल रही न बहुमत पप्पू भैया पीट रहे मृदंग…।
जोगीरा सारा रा रा रा।
श्रीमती मेरी भी मायके गईं लगती है मुझे होली बेरंग….।
अब कौन लगाए रंग मुझे और कौन पिलाए भंग…।
जोगीरा सारा रा रा रा।
— आशीष तिवारी निर्मल