रंग बरसें के प्रथम विजेता हरिहर सिंह चौहान
‘देशभर में मातृभाषा हिन्दी को और लोकप्रिय बनाने के अभियान में योगदान हेतु हिन्दीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा सतत स्पर्धा कराई जा रही है। इसी क्रम में ‘रंग बरसे’ (होली विशेष) विषय पर ९६ वीं प्रतियोगिता कराई गई, जिसमें गद्य में प्रथम विजेता बनने में हरिहर सिंह चौहान (मप्र) सफल रहे हैं तो पद्य में पी. यादव ‘ओज’ (ओडिसा) ने सबको पछाड़ा है।
यह परिणाम जारी करते हुए मंच-परिवार की सह-सम्पादक श्रीमती अर्चना जैन व संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ ने सभी विजेताओं को बधाई दी है। श्रीमती जैन ने बताया कि, प्राप्त रचनाओं में से श्रेष्ठता अनुरुप निर्णायक मंडल ने गद्य में ‘उल्लास संग बरसे सद्भाव का रंग’ आलेख के लिए हरिहर सिंह चौहान (इंदौर) को पहला स्थान दिया है। इसी तरह ‘होली पर सच्चाई के रंग भरें’ आलेख हेतु ललित गर्ग (दिल्ली) को दूसरा तथा लघुकथा ‘पिचकारी’ पर पदमा अग्रवाल (बैंगलोर, कर्नाटक) को तीसरा विजेता चुना गया है।
आपने बताया कि मंच संयोजक प्रो. डॉ. सोनाली सिंह, मार्गदर्शक डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’, परामर्शदाता डॉ. पुनीत द्विवेदी (मप्र), विशिष्ट सहयोगी एच.एस. चाहिल व प्रचार प्रमुख श्रीमती ममता तिवारी ‘ममता’ (छग) ने सभी विजेताओं एवं सहभागियों को हार्दिक बधाई दी है। श्रीमती जैन ने बताया कि, हिंदी साहित्य अकादमी (मप्र) से अभा नारद मुनि पुरस्कार-सम्मान एवं १ राष्ट्रीय कीर्तिमान प्राप्त १.५४ करोड़ ७० हजार दर्शकों-पाठकों के अपार स्नेह और १० सम्मान पाने वाले इस मंच द्वारा आयोजित उक्त स्पर्धा में पद्य वर्ग में पहला स्थान ‘रणवीरों की होलियाँ’ हेतु पी.यादव ‘ओज’ (झारसुगुड़ा, ओडिशा) को मिला है। ऐसे ही ‘रंगों भरी बहार’ पर डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’ (बांदीकुई, राजस्थान) द्वितीय और ‘पिया पलासी हो गए, गोरी भई गुलाल’ के लिए डॉ. विजयलक्ष्मी विभा (प्रयागराज, उप्र) तृतीय विजेता घोषित किए गए हैं।