कविता

कहते सब इनको संविधान निर्माता

संविधान का निर्माण करके,
बने जो आधुनिक संविधान निर्माता,
आज़ादी की परिभाषा समझाई,
रखी लोकतंत्र की मर्यादा।
कर सके हर भारतीय,
अपने हकों का उपयोग,
ऐसे महान थे भारत रत्न भीमराव,
सिखाई सबको राजनीति की परिभाषा।
बचपन का नाम था इनका भीम,
14अप्रैल को जन्म लिया धरा पर,
सबकी कसौटी पर उतरे खरे,
रखी मजबूत संविधान की नींव।
कहते सब इनको संविधान निर्माता,
थे समान अधिकारों के संरक्षक,
पढ़ाई ऐसी थी इनकी,
थे कानून के प्रख्यात ज्ञाता।
गरीबों शोषितों के थे वो मसीहा,
समानता का था जो अधिकार,
उन्होंने संविधान में था दिया,
तभी बनी थी फिर आम जनता की सरकार।
खुद रहे थे बचपन से ही शोषित,
पाया था फिर भी शिक्षा को अपार,
अस्पृश्यता और जातिप्रथा पर किया था कड़ा प्रहार,
हमेशा रहे लोगों की सहायता को तत्पर,
ऐसे थे भारत रत्न डॉक्टर भीम राव अंबेडकर।

— कैप्टन (डॉo) जय महलवाल (अनजान)

डॉ. जय महलवाल

लेफ्टिनेंट (डॉक्टर) जय महलवाल सहायक प्रोफेसर (गणित) राजकीय महाविद्यालय बिलासपुर कवि,साहित्यकार,लेखक साहित्यिक अनुभव : विगत 15 वर्षो से लेखन । प्रकाशित कृतियां : कहलूरी कलमवीर,तेजस दर्पण,आकाश कविघोष ,गिरिराज तथा अन्य अनेक कृतियां समाचार पत्रों एवम पत्रिकाओं में प्रकाशित प्राप्त सम्मान पत्रक या उपाधियां : हिंदी काव्य रत्न २०२४, कल्याण शरद शिरोमणि साहित्य सम्मान२०२२, कालेबाबा उत्कृष्ठ लेखक सम्मान२०२२,रक्तसेवा सम्मान २०२२ 22 बार रक्तदान कर चुके हैं। (व्यास रक्तदान समिति, नेहा मानव सोसाइटी, दरिद्र नारायण समिति देवभूमि ब्लड डोनर्स के तहत) महाविद्यालय में एनसीसी अधिकारी भी हैं,इनके लगभग 12 कैडेट्स विभिन्न सरकारी (पुलिस,वन विभाग,कृषि विभाग,aims) सेवाओं में कार्यरत हैं। 1 विद्यार्थी सहायक प्रोफेसर और 1 विद्यार्थी देश के प्रतिष्ठित संस्थान IIT में सेवाएं दे रहे हैं। हाल ही में इनको हिंदी काव्य रत्न की उपाधि (10 जनवरी) शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन नेपाल द्वारा नवाजा गया है। राष्ट्रीय एकता अवार्ड 2024 (राष्ट्रीय सर्वधर्म समभाव मंच) ई– ०१ प्रोफेसर कॉलोनी राजकीय महाविद्यालय बिलासपुर हिमाचल प्रदेश पिन १७४००१ सचलभाष ९४१८३५३४६१

One thought on “कहते सब इनको संविधान निर्माता

  • डॉ. विजय कुमार सिंघल

    आपको यह भी बताना चाहिए था कि स्वतंत्रता संग्राम में डॉ अंधेरकर का क्या योगदान था.

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