जो कहा वो किया – ऑपरेशन सिंदूर
अप्रैल 22, 2025 पहलगाम में 26-निहत्थे निर्दोष हिन्दुओं की धर्म पूछकर हत्या से पूरा देश आहत था।दुख और क्रोध दोनों चरम पर थे।गृह मंत्री अमित शाह समाचार मिलते ही घटनास्थल पर पहुंच गए। प्रधानमंत्री अपनी विदेश यात्रा संक्षिप्त कर स्वदेश लौटे। अगले ही दिन मधुबनी रैली में घोषणा की, इस बार ऐसा दंड मिलेगा जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी, इस संकल्प को उन्होंने अपने मन की बात कार्यक्रम में दोहराया। गृहमंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री के संकल्प को बल देते हुए कहा, “हम एक – एक आतंकी को चुन- चुन कर मारेंगे“ और अंत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि ये मेरा उत्तरदायित्व है कि देशवासी जो कुछ चाहते हैं वह सब कुछ मोदी सरकार में होकर रहेगा। इन वक्तव्यों के पीछे सरकार और सेना के सभी संकल्पबद्ध राष्ट्रभक्त सामरिक और रणनीतिक तैयारियां कर रहे थे।
पहलगाम की आतंकी घटना के पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को सही समय, सही स्थान और सही लक्ष्य चुन कर सटीक वार करने की छूट दे दी थी। भारतीय सेना ने 6-7 मई 2025 की मध्यरात्रि को अपने पराक्रम का प्रदर्शन करके हर भारतीय का मस्तक गर्व से ऊंचा कर दिया। आज हर भारतीय नागरिक अपनी सेना के साहस को प्रणाम कर रहा है और सेना के साथ खड़ा है। जैसे ही ऑपरेशन सिंदूर के सफलतापूर्वक लांच होने की सूचना आई रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा “भारत माता की जय“ और उसके बाद भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व में ऑपरेशन सिंदूर ट्रेंड करने लगा। भारत पाक सीमा तथा पीओके पर 9 आतंकी ठिकानों के तबाह होते ही देश के अनेक हिस्सों में उत्साह का वातावरण बन गया।
लम्बे विचार विमर्श और तैयारियों, कूटनीतिक पक्ष को साधने के साथ सटीक रणनीति का उपयोग करते हुए “आपरेशन सिंदूर“ के माध्यम से भारतीय सेना ने पक्के सबूतों के साथ पाकिस्तान और गुलाम जम्मू -कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर हमला कर उन्हें तबाह कर दिया। भारत ने पंजाब प्रांत के बहावलपुर जैश -ए -मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर के ठिकाने पर जोरदार मिसाइल अटैक किया जिससे मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्यों के मारे जाने की खबर आ रही है।पाकिस्तानी सेना के चीन में बने एचक्यू -9 एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा देते हुए भारतीय सेना ने 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करके भारत के सभी दुश्मनों को साफ संदेश दिया है कि अगर कोई उसे छेड़ेगा तो वह अब घर में घुसकर मारेगा। यह नया भारत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार देश के दुश्मनों को उसी भाषा में जवाब दे रही है जो भाषा वो समझते हैं । भारत को परमाणु हमले की धमकी देने वाले फिलहाल किसी बिल में छुपे हैं और अपने देशवासियों को कुछ बता पाने की स्थिति में ही नहीं रह गये हैं। जिन आतंकियों ने पहलगाम में निर्दोषों की हत्या करते समय उनकी पत्नियों या परिजनों से कहा था कि हम तुमको नहीं मारेंगे, जाओ मोदी को जाकर बता दो उनको प्रधानमंत्री मोदी ने बता दिया है कि वो सुन चुके हैं । उत्तर इतना तगड़ा और सधा हुआ दिया है कि आज पाकिस्तानी सत्ता प्रतिष्ठन, सेना व वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई हैरान हैं।
आपरेशन सिंदूर“ को मोदी सरकार में अब तक हुई स्ट्राइक्स में सबसे अलग माना जा रहा है। “आपरेशन सिंदूर“ प्रधानमंत्री मोदी के उत्कृष्ट नेतृत्व का श्रेष्ठ उदाहरण है। यह आपरेशन बिना किसी दोष का अद्भुत प्रस्तुतीकरण रहा जिसमेंआतंकी ठिकानों और आतंकवादियों को छोड़कर किसी भी निर्दोष नागरिक या पाक सेना के जवान को नुकसान नहीं पहुंचा और भारतीय सेना अपनी कार्यवाही को पूरा करके सकुशल घर वापस आ गई।
अब पाकिस्तान को यह समझ में नहीं आ रहा है कि वह पूरे घटनाक्रम पर क्या प्रतिक्रिया व्यक्त करे हालांकि पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की लंबी आपात बैठक के बाद पाक का बयान आया है कि उसे भारत पर जवाबी कार्यवाही करने का अधिकार प्राप्त है। पहलगाम घटना के बाद से पाकिस्तानी सेना एलओसी पर लगातार फायरिंग कर रही है जिसका भारतीय सेना भी पूरी बहादुरी के साथ लगातार जवाब दे रही है। भारत पाकिस्तान को लगातार चेतावनी दे रहा है कि एलओसी पर फायरिंग बंद करो नहीं तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहो।
आतंकी ठिकानों पर हमले से आतंकी संगठनों की जड़ें हिलीं -भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानो को तबाह कर दिया है। इसमें कम से कम 120 आतंकवादियों के मारे जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है। यह संख्या बढ़ भी सकती है। पाकिस्तान केवल 26 लोगों के ही मारे जाने का दावा कर रहा है। माना जा रहा है कि इस हमले में सबसे अधिक नुकसान जैश -ए- मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर को हुआ है और उसके परिवार के 14 सदस्यों को मार गिराया गया है।
जिन 9 ठिकानों को निशाना बनाया गया, उनमें बहावलपुर का मरकज सुभान अल्लाह यह जैश -ए -मोहम्मद का प्रशिक्षण केंद्र है।14 फरवरी 2019 को पुलवामा में हुए हमले में इस केंद्र की मुख्य भूमिका रही है। यहां जैश – ए- मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर अपने परिवार तथा सहयोगियों के साथ रहता था और आतंकियों को प्रशिक्षित कर उन्हें भारत भेजता था। दूसरा -सबसे बड़ा हमला पंजाब के मुरिदके स्थित मरकजा तैयबा पर हुआ – यह लश्कर ए तैयबा का मुख्य प्रशिक्षण केंद्र है यहां आतंकियों को हर प्रकार से प्रशिक्षित किया जाता है। यहां पर हर वर्ष एक हजार छात्रों की भर्ती की जाती है ओसामा बिन लादेन ने यहां एक मस्जिद व गेस्ट हाउस के निर्माण में आर्थिक मदद की थी व 26/11के मुंबई हमलावरों को प्रशिक्षित किया गया था। इसमें अजमल कसाब भी शामिल था।(पंजाब, पाकिस्तान) के नरावेल जिले में सरजाल तेहर कलां के शकरगढ़ में स्थित यह जैश- ए- मोहम्मद का लांचिग पैड है । यह एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मे संचालित होता है यहसीमासे लगभग 6 किमी दूर है और यहां पर सुरंग निर्माण ड्रोन आदि का संचालन सिखाया जाता है ।
इसी प्रकार सियालकोट का महमूना जोया सेंटर इसका इस्तेमाल हिजबुल मुजाहिदीन करता है। बरनाला का मरकज अहले हदीस यह भी लश्कर को सेंटर है।कोटली का मरकज अब्बास भी एक मुख्य आतंकी केंद्र है जहां पर बड़े आतंकी सरगना घुसपैठ की योजना बनाते हैं और उन्हें सीमा पार कराने में मदद तक करते हैं। मुजफ्फराबाद का शावाई नाल्लाह कैंप भी एक बहुत बड़ा आतंकी शिविर केंद्र है । मुज़फ्फराबाद में लाल किले के सामने स्थित यह जैश -ए मोहम्मद का मुख्य केंद्र है यहां पर पाकिस्तानी सेना के रेंजर आतंकियो को प्रशिक्षण देते हैं। इन सभी केंद्रों पर किसी भी समय में 100 से 600 आतंकी रहते हैं।
आज यह सभी प्रशिक्षण केंद्र व लॉन्चिंग पैड ध्वस्त हो चुके हैं और पाकिस्तान में हाहाकार मचा हुआ है। भारतीय सेना का बदला पूरा हो जाने के बाद भारतीय सेना के इतिहास में पहली बार दो महिला अधिकारियों ने पूरे घटनाक्रम का पत्रकार वार्ता में विधिवत वीडियो जारी किया और ऑपरेशन सिन्दूर की पूरी जानकारी दी।
— मृत्युंजय दीक्षित