कविता

भारत की शान तिरंगा

हाथों में तिरंगा थाम,
हम अपने देश के बहुमान के लिए
तीनों सेनाओं का सम्मान करें,
क्योंकि भारत की शान तिरंगा है।

देश सर्वोपरि है और हमेशा रहेगा,
हमारी सीमाओं पर तिरंगा लहराता है
तभी सेना में जोश है,
क्योंकि भारत की शान तिरंगा है।

हमारी सेनाओं ने सिंदूंर का पराक्रम बताया,
हम उनके इस शौर्य का गुणगान करें
हम भारतीय और यहाँ हमारी सेना है,
क्योंकि भारत की शान तिरंगा है।

मातृभूमि के लिए असंख्य हुए शहीद,
झुकने नहीं दिया जिन्होंने भारत का शीश।
वतन पर मर मिटने वालों के लिए हाथों में थाम लें,
क्योंकि भारत की शान तिरंगा है॥

— हरिहर सिंह चौहान

हरिहर सिंह चौहान

जबरी बाग नसिया इन्दौर मध्यप्रदेश 452001 मोबाइल 9826084157

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