सही मायने में प्रधानमन्त्री मोदीजी सर्वोच्च सम्मान के लायक
प्रधानमन्त्री मोदीजी के बारे में लिखने में बहुत कुछ लिखा जा सकता है लेकिन सारांश यही है कि आज हमारे देश भारत का नाम विश्व में जिस स्तर पर पहूॅंचा है, उसमें सबसे बड़ा योगदान मोदीजी के क्रियाकलाप एवं हर प्रकार की सब तरह से अपनायी गयी सभी नीतियों चाहे कूटनीति हो, आर्थिक नीति हो, रक्षा नीति हो या विदेश नीति वगैरह का सफल एवं समयबद्ध क्रियान्वयन बिल्कुल परिलक्षित हुआ है।
आज ऑपरेशन सिन्दूर के तहत भारतीय सेना ने आतन्कवादी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े नौ ठिकानों पर जिस तरह एकदम सटीक निशाना बना नष्ट किया, वह काबिले तारीफ है। इसके जबाब में पाकिस्तान द्वारा किये गये सभी प्रकार के आक्रमण का शत-प्रतिशत सही व सटीक जबाब, हम-सभी को तो सुरक्षित महसूस कराया ही साथ-साथ विश्व के हर देश को अचम्भित भी किया है क्योंकि शत-प्रतिशत का आंकड़ा केवल भारत ही हासिल कर पाया है।और तो और अभी तक इन्होंने
ऑपरेशन सिन्दूर जारी रखा हुआ है, जिससे एक मानसिक दबाव सभी ( पाकिस्तान को समर्थन देने वालों) पर स्पष्ट परिलक्षित हो रहा है।संक्षेप में मोदीजी ने सही अर्थों में राष्ट्रनीति को प्रमुखता दे, जिस तरह प्रधानमन्त्री बनने के बाद देश,सरकार व अपने दल [पार्टी] का मार्गदर्शन किया,
वह निःसंकोच केवल प्रशंसनीय ही नहीं आने वाली पीढ़ी के लिये प्रेरणादायक रहेगी।
इसलिये मेरा मानना है कि भारत सरकार को अपना सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न की जगह राष्ट्रपुत्र सम्मान सृजित कर, इस राष्ट्रपुत्र सम्मान से सबसे पहले मोदीजी को सम्मानित कर देना चाहिये।
अतः सभी प्रबुद्ध पाठकों से यही निवेदन है कि आप सभी अपने-अपने स्तर पर इस निवेदन को आगे बढ़ायें ताकि राष्ट्रपति से लेकर सभी केन्द्रीय मन्त्रियों, सांसदो व विधायकों तक यह सन्देश पहूॅंच जाय।
— गोवर्द्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’