लघुकथा

लघुकथा : श्रेष्ठ कौन

वृक्ष पर बरसते पानी ने पेड़ से कहा,” मेरी बिना कोई जिन्दा नहीं रह सकता है इसलिए मैं तुम से श्रेष्ठ हूँ.”

वृक्ष ने प्रतिवाद किया ,” मेरे कारण हवा चलती है. मैं वाष्पन न करू तो पानी भाप बन कर न उड़े. तब न बादल बने और न हवा चले . यानि मेरे ही कारण ही पानी बरसता है और हवा चलती है ..”

हवा कब पीछे रहती,” नहीं-नहीं. तुम दोनों से मैं श्रेष्ठ हूँ. मेरे कारण ही पानी बरसता है. तुम भी मेरे ही कारण जीवित हो .” हवा का अपना तर्क था.

मगर न्यायाधीश चन्द्रमा किसी के तर्क से सहमत नहीं था,”श्रेष्ठता उस की उपयोगिता के साथ-साथ उपयुकत्ता की मंशा की वजह से सिद्ध होती है . चूँकि तुम सब उपयोगी है. एकदूसरे से जुड़े हुए हो.मगर एकदूसरे से श्रेष्ठ नहीं हो.”

” फिर , श्रेष्ठ कौन है ?” हवा ने पूछा .

” सब से श्रेष्ठ पृथ्वी है ,” चन्द्रमा ने कहा ,” वह पेड़ को पोषण देती है. वही हवा को पालती-पोषती है.पानी को अपनी गोद में समाये रहती है . यानि वह सभी को देती ही देती है . इसलिए हम सब में वही श्रेष्ठ है .”

यह सुन कर ‘सूर्य’ हौले से मुस्करा दिया.

ओमप्रकाश क्षत्रिय “प्रकाश”

*ओमप्रकाश क्षत्रिय "प्रकाश"

नाम- ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’ जन्म- 26 जनवरी’ 1965 पेशा- सहायक शिक्षक शौक- अध्ययन, अध्यापन एवं लेखन लेखनविधा- मुख्यतः लेख, बालकहानी एवं कविता के साथ-साथ लघुकथाएं. शिक्षा-बीए ( तीन बार), एमए (हिन्दी, अर्थशास्त्र, राजनीति, समाजशास्त्र, इतिहास) पत्रकारिता, लेखरचना, कहानीकला, कंप्युटर आदि में डिप्लोमा. समावेशित शिक्षा पाठ्यक्रम में 74 प्रतिशत अंक के साथ अपने बैच में प्रथम. रचना प्रकाशन- सरिता, मुक्ता, चंपक, नंदन, बालभारती, गृहशोभा, मेरी सहेली, गृहलक्ष्मी, जाह्नवी, नईदुनिया, राजस्थान पत्रिका, चैथासंसार, शुभतारिका सहित अनेक पत्रपत्रिकाआंे में रचनाएं प्रकाशित. विशेष लेखन- चंपक में बालकहानी व सरससलिस सहित अन्य पत्रिकाओं में सेक्स लेख. प्रकाशन- लेखकोपयोगी सूत्र एवं 100 पत्रपत्रिकाओं का द्वितीय संस्करण प्रकाशनाधीन, लघुत्तम संग्रह, दादाजी औ’ दादाजी, प्रकाशन का सुगम मार्गः फीचर सेवा आदि का लेखन. पुरस्कार- साहित्यिक मधुशाला द्वारा हाइकु, हाइगा व बालकविता में प्रथम (प्रमाणपत्र प्राप्त). मराठी में अनुदित और प्रकाशित पुस्तकें-१- कुंए को बुखार २-आसमानी आफत ३-कांव-कांव का भूत ४- कौन सा रंग अच्छा है ? संपर्क- पोस्ट आॅफिॅस के पास, रतनगढ़, जिला-नीमच (मप्र) संपर्कसूत्र- 09424079675 ई-मेल [email protected]

One thought on “लघुकथा : श्रेष्ठ कौन

  • विजय कुमार सिंघल

    उत्तम लघुकथा।

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