ग्वालियर में अखिल भारतीय साहित्य महाकुंभ
ग्वालियर साहित्य कला परिषद की ओर से ग्वालियर में श्री रमेश कटारिया “पारस” के योग्य मार्गदर्शन में 3 जनवरी 2016 को ग्वालियर में अतिभव्य अखिल भारतीय साहित्य महाकुंभ का आयोजन किया गया। जिसमें पूरे भारतवर्ष से चुने गए कवियों ने भाग लिया। महाकुंभ के अध्यक्षपद को श्री विवेक नारायण शेजवलकर (महापौर, ग्वालियर) एवं मुख्य अतिथि पद को डॉ स्वतंत्र शर्मा (कुलपति, संगीत महाविद्यालय ग्वालियर) ने अपनी गौरवपूर्ण उपस्थिति से सम्मानित किया।
विशिष्ट अतिथि बनने का गौरव श्रीमती प्रिया वाच्छानी, श्रीमती एकता शारदा, श्रीमती मधुर परिहार एवं श्री भरत मल्होत्रा को प्राप्त हुआ। महान कवियत्री महादेवी वर्मा की साथी रहीं डॉ स्वतंत्र शर्मा ने महादेवी जी की स्वयं संगीतबद्ध की हुई कविता का गान करके उपस्थित अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर दो सांझा काव्य संग्रहों “दीपशिखा” एवं “शब्द कलश” का विमोचन भी महापौर जी के करकमलों द्वारा किया गया। साथ ही साथ रमेश कटारिया की पुस्तक “कुछ शेर सुनाता हूँ” का लोकार्पण भी किया गया। तत्पश्चात देशभर से आई हुई हजारों प्रविष्टियों में से संपादक मंडल के अथक परिश्रम से चुनी गई कविताओं के रचयिताओं को स्मृति चिह्न, सम्मान पत्र एवं शाल से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का अंतिम भाग था कवि सम्मेलन जिसे देशभर से आमंत्रित कवियों ने अपने ओजस्वी कविता पाठ से चार चाँद लगा दिए। वीर रस, श्रृंगार रस, विरह रस इत्यादि काव्य की समस्त धाराओं के संगम से इस साहित्यिक महाकुंभ की समाप्ति हुई। आए हुए समस्त कवि ने सुखद स्मृतियों के साथ भविष्य में पुनर्मिलन की इच्छा संजोए अपने-अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान किया।