कविता

“दोहा-मुक्तक”

गणतंत्र दिवस के मंगलमय अवसर पर आप सभी को हार्दिक बधाई व सादर शुभकमना, इस पावन पर्व पर सादर प्रस्तुत है दोहा मुक्तक……. जय हिन्द, जय भारत

“दोहा-मुक्तक”

कण कण माटी देश की, देती बहुत शकून
बीरता बलिदान अमर, गर्वित गर्व जनून
देशभक्ति जैसी भक्ती, वतन जैसा प्यार
भारत जैसी भूमि नहि, शिरोधार्य कानून ।।

महातम मिश्र

जय हिंद , जय माँ भारती

*महातम मिश्र

शीर्षक- महातम मिश्रा के मन की आवाज जन्म तारीख- नौ दिसंबर उन्नीस सौ अट्ठावन जन्म भूमी- ग्राम- भरसी, गोरखपुर, उ.प्र. हाल- अहमदाबाद में भारत सरकार में सेवारत हूँ