कविता

महिला दिवस विशेष

सर्वस्व चल रहे हैं जश्न आज है महिला दिवस
आई है कोई नवक्रांति मन रहा कोई नव दिवस!
सोसिअल मीडिया पर आई संदेशों की बाढ़ है
जिसके जितने ज्यादा संदेश वो यहाँ लाढ़साब है!
माँ वृद्धाश्रम में है पत्नी से चल रही नोकझोंक है
उन्हें भी चढ़ा आज महिला दिवस मनाने का शौक है!
सब व्यस्त है हर जगह महिला दिवस की चर्चा है
महिला होकर भी किसी ने किसी महिला का सोचा है!
आपके कामवाली भी आपकी तरह महिला है
क्या किसी के जेहन में ये ख्याल आया है ?
क्या किसी ने सुख दुःख उसका पूछकर
गले लगा अपने उसको ढाढस बंधवाया है !
ये दिन “हर महिला का हो सम्मान” ये दर्शाता है
बस भूल जाते अगले पल इसलिए हर साल मनाया जाता है !
नारी का सम्मान जिस दिन मन से निभ जायेगा
हर दिन अपने आप में महिला दिवस हो जाएगा!!
$पुरुषोत्तम जाजु$

पुरुषोत्तम जाजू

पुरुषोत्तम जाजु c/304,गार्डन कोर्ट अमृत वाणी रोड भायंदर (वेस्ट)जिला _ठाणे महाराष्ट्र मोबाइल 9321426507 सम्प्रति =स्वतंत्र लेखन