“कुंडलिया”
कार्तिक मासी पुर्णिमा, तीरथ गंग महान
पूर्ण चंद्रमा खिल उठा, पुण्य प्रयाग नहान
पुण्य प्रयाग नहान, कथा त्रिपुरारी महिमा
त्रिपुटि दैत्य निदान, विजयी है शिव गरिमा
कह गौतम चितलाय, न होगी तंगी आर्थिक
तुलसी दिया जलाय, महिना भर भर कार्तिक॥
महातम मिश्रा, गौतम गोरखपुरी