नोट में रंग तो है कुनेन खुशबू नहीं
खास गुलाब चंपा चमेली जुही केबड़ा
की खुशबू को छोड़
नोटों में कुनेन की खुशबू का एकाधिकार था
अब खुशबू गई
पसीना बहाना तो दूर
वो देखो बैंक से रूठ कर
उनकी ज़ान जा रही है
खास गुलाब चंपा चमेली जुही केबड़ा
की खुशबू को छोड़
नोटों में कुनेन की खुशबू का एकाधिकार था
अब खुशबू गई
पसीना बहाना तो दूर
वो देखो बैंक से रूठ कर
उनकी ज़ान जा रही है