लघुकथा

प्रेम कहानी

आधी रात में लड़का चुपके से call करता। लड़की हर रात ज़िद करती कि “मुझे मरीन ड्राइव घूमना है!” लड़का सुनता और मना न कर पाता। लड़का बोलता कि “दस मिनट मे घर के बाहर आरहें हैं। निकल के आओ। और साड़ी मे आना। साड़ी बहुत जँचती है तुमपे!” होता भी यही। दस मिनट में लड़का लड़की के घर के थोड़ा सा आगे खड़े होके होर्न बजाता। लड़की आती और चिल्लाती कि “पापा जाग गए तो?” लड़का मुकरता और जवाब देता “प्यार किया तो डरना क्या जानेमन?”

उस रात भी ऐसा ही कुछ हुआ। लड़का इंतज़ार कर रहा था। लड़की आयी और धप्प से bike पे बैठ गयी।
“चलो”
“इतना देर क्यों लगा दी?”
“अरे तुमने ही तो कहा साड़ी पहन के आओ! तो लेट हो गया थोड़ा। चलो भी अब!”
“Burrrraaahhhh पीपीपीपी” (लड़का गाड़ी स्टार्ट करता और निकल लेता)
“सुनिए..”
“कहिए..”
“आइसक्रीम खाने का मन हो रहा है!”
“अच्छा। आधी रात में आइसक्रीम खाओगी?”
“हाँ”

लड़का गाड़ी दुकान पे रोकता और आइसक्रीम खिलाता। उनके शहरों में आइसक्रीम आधी रात को मिल ही जाती है!

“चलो बैठो निकला जाए अब..”
“चलो..” (और वो मरीन ड्राइव निकल पड़ते।)

लड़की आइसक्रीम खाती और लड़के की गर्दन पे चूम लेती। लड़का हँसता और ख़ुश हो रहा होता.. बतियाते बतियाते मरीन ड्राइव भी आही जाता। लड़का बाइक पार्क करता और नदी मे पैर डालके चबूतरे पे बैठ जाता। लड़की लड़के के पैर पे सर रखती और सर्द मौसम मे पिघल जाती। पानी में तैरता चाँद उस गोद वाले चाँद को देख जल उठता! समय बीतता जाता और लड़की दुबकती जाती। लड़का लड़की के बालों मे हाथ फेरता और झुक कर उसके माथे को चूमता रहता! लड़की उँगलियों की पकड़ को और कस के बाँध लेती। लड़का पकड़ को फ़ील करता और मुस्कुराता। लड़की धीरे से बोलती..

“सुनिए…”
“कहिए…” (लड़का उत्सुकता से पूछता..)
“आप के साथ रहना है!”
“Hmmm हमको भी!”
“नहीं आप समझ नही रहे। हमको सच में रहना है..”
………..

(इतनी देर में एक घंटा पूरा हो जाता और फ़ोन कट जाता! बातें अधूरी पर इश्क पूरा हो जाता! लड़की की आवाज़ मे वो “Burrrraaahhhh पीपीपीपी” बड़ा मासूम लगता। इश्क़ कुछ इस तरह भी पकता है रातों मे। बेवजह। बेपरवाह। अनवरत। Long Distance Relationship वाले प्रेमी कुछ इस तरह साथ घूमते हैं!)

#बेरोज़गार_आशिक़ #राज सिंह

राज सिंह रघुवंशी

बक्सर, बिहार से कवि-लेखक पिन-802101 [email protected]