कविता

वृद्धाश्रम पहुंचे एक दम्पति का दुख

ना जाने कितने सपनों को जोडा,
ना जाने कितने सपनों को तोडा,
तब जाकर एक आशियां बनाया था !
नन्हें कदमों से तुमने जब दस्तक दी थी,
तब एक सुंदर सज़ीला स्वप्न सजाया था !
वह स्वप्न था तुमसे जुडा हुआ,
बुढ़ापे का सहारा बन बेटा खडा हुआ !
जैसे हाथ थाम मैंने चलना सिखाया था,
वह था मेरे लड़खडाये कदमों को थामे हुआ !
भूल थी मेरी…
भटका हुआ था मैं …
जो समझ बैठा
बेटा है तो हर स्वप्न मेरा पूरा हुआ !
जिसके लिए अपनी ख्वाहिशों को अधूरा रखा,
देखा उसे किसी और का बना हुआ !
मां बाप हम पराये थे…
झूठे स्वप्न सराहे थे…
घर से निकल चुके थे…
वृद्धाश्रम के साये थे …
जिसे बडे होते देख मेरा सपना बडा हुआ ,

बुढापे में मैं था गैरों के बीच छोडा हुआ !

बीवी बच्चे इतने भा गये थे,
मां बाप घर से निकाले गये थे !
तब भी होंठों पर दुआ थी ,
खुशियां दूर तक विदा थी !
स्वप्न को लेकर जो आशियां सज़ा था ,
उसका मालिक बेघर हुआ था !
रिश्ता तोड मुन्ह मोड़ छोड़कर जाता हुआ ,
मेरा बेटा वृद्धाश्रम को मेरा घर बनाता हुआ !

— जयति जैन “नूतन”

जयति जैन 'नूतन'

लेखिका परिचय युवा लेखिका, सामाजिक चिंतक- जयति जैन "नूतन" पति का नाम - इं. मोहित जैन । 1: जन्म - 01-01-1992 2: जन्म / जन्म स्थान - रानीपुर जिला झांसी 3: पता- जयति जैन "नूतन ", 441, सेक्टर 3 , शक्तिनगर भोपाल , पंचवटी मार्केट के पास ! pin code - 462024 4: ई-मेल- [email protected] 5: शिक्षा /व्यवसाय- डी. फार्मा , बी. फार्मा , एम. फार्मा ,/ फार्मासिस्ट , लेखिका 6: विधा - कहानी , लघुकथा , कविता, लेख , दोहे, मुक्तक, शायरी,व्यंग्य 7: प्रकाशित रचनाओं की संख्या- 750 से ज्यादा रचनायें समाचार पत्रों व पत्रिकाओ में प्रकाशित 8: एकल संग्रह - 1) वक़्त वक़्त की बात ( लघुकथा संग्रह, 20 पृष्ठ) 2) राष्ट्रभाषा औऱ समाज (32 पृष्ठ) 3) मिट्टी मेरे गांव की (बुन्देली संग्रह, 104 पृष्ठ) साझा काव्य संग्रह A- मधुकलश B- अनुबंध C- प्यारी बेटियाँ D- किताबमंच E- भारत के युवा कवि औऱ कवयित्रियाँ । F - काव्य स्पंदन पितृ विशेषांक G- समकालीन हिंदी कविता । H- साहित्य संगम संस्थान से प्रकाशित उत्कृष्ट रचनाओं का संकलन I- अनकहे एहसास J- वुमन आवाज महिला विषेषांक K- रेलनामा L- काव्य चेतना 9: सम्मान- - "श्रेष्ठ नवोदित रचनाकार सम्मान" से सम्मानित ! - अंतरा शब्द शक्ति सम्मान 2018 से सम्मानित ! - हिंदी सागर सम्मान - श्रेष्ठ युवा रचनाकार सम्मान - कागज़ दिल साहित्य सुमन सम्मान - वुमन आवाज़ अवार्ड 2018 - हिंदी लेखक सम्मान - भाषा सारथी सम्मान 10: अन्य उपलब्धि- बेबाक व स्वतंत्र लेखिका। हिंदी सागर त्रेमासिक पत्रिका में " अतिथि संपादक " (2018) 11:- लेखन का उद्देश्य- समाज में सकारात्मक बदलाव। 12:- रानीपुर (जिला झांसी उप्र) की पहली लेखिका जो प्रकाश में आयीं। 13:- लेखन के क्षेत्र में 2010 से अब तक ।