गीतिका
आ गया नव वर्ष प्यारे अब तो मुझसे प्यार कर
तेरी यादों में जिया हूँ मत मुझे बेकरार कर
जिंदगी कैसे चलेगी हर तरफ सिसकारिया
मौत से लड़ना पडेगा इसलिये तकरार कर
चैन से मरना नहीं तो जिन्दगी की बात क्या
तेरा मेरा साथ हो बस इसलिये इक़रार कर
चंद पैसों के लिये ही लग रहीं अब बोलियाँ
जिंदगी बचती रहे बस ऐसे ही तू रार कर
प्यार में धोखा मिले तब जंग मत यूँ हारना
दोस्ती का हाथ देकर तू भी आँखे चार कर
आखिरी ही साँस तक मैं प्यार तुझसे ही करूँ
जीत लूंगा प्यार तेरा मौत को भी हार कर
ये जमाना आज भी अब हो रहा दुश्मन मेरा
प्यार को अपनायेंगे हम नफरतो को पार कर
इस तरह क्यों रूठते ये नफरतो का दौर है
जिंदगी को जीत लेंगे मौत को हम मार कर