मुक्तक
मेरे इन होठों पर हरदम पैगाम तुम्हारा ही होगा
मुझको ठुकराने से ठोकर बदनाम तुम्हारा ही होगा
भले ही तुम दिल से मिटा दो नामोनिशान को मेरे
मरते दम तक मेरे दिल में बस नाम तुम्हारा ही होगा
मेरे इन होठों पर हरदम पैगाम तुम्हारा ही होगा
मुझको ठुकराने से ठोकर बदनाम तुम्हारा ही होगा
भले ही तुम दिल से मिटा दो नामोनिशान को मेरे