स्वच्छ भारत अभियान में हमारा दायित्व क्या है?
एक स्वस्थ व सुन्दर राष्ट्र को बनाने के लिए स्वच्छता बहुत जरूरी है। स्वच्छ भारत के लिए 1 अप्रेल 1999 से भारत सरकार द्वारा व्यापक ग्रामीण स्वच्छता कार्यक्रम का पुनर्गठन किया गया था साथ ही पूर्ण स्वच्छता अभियान का शुभारम्भ किया गया। जिसे बाद में 1 अप्रेल 2012 को निर्मल भारत अभियान नाम दिया।स्वच्छ भारत अभियान के रूप में 24 सितम्बर 2014 को भारत मे फिर निर्मल भारत अभियान का पुनर्गठन किया। साथ ही निर्मल ग्राम पुरस्कार की घोषणा की गई। 2014 में यूनिसेफ इंडिया व भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में विशाल पूर्ण स्वच्छता अभियान का बड़ा आयोजन किया गया।
महात्मा गांधी के जन्म दिवस 2 अक्टूबर 2014 के दिन स्वच्छ भारत अभियान शुरू हुआ जिसका उद्देश्य गलियों सड़कों तथा अधोसंरचना को साफ सुथरा करना और कूड़ा साफ रखना है। गाँधीजी ने हमारे देश को अंग्रेजों से आज़ाद कराया लेकिन स्वच्छ भारत का सपना अधूरा रह गया। जिसे इस अभियान के माध्यम से पूर्ण करने का प्रयास किया जा रहा है। बापू ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाये रखने सम्बन्धी शिमश प्रदान कर राष्ट्र को रक उत्कृष्ट संदेश दिया था।
स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत घर घर शौचालय बनाना। गली मोहल्ले के गीले व सूखे कचरे के संग्रहण की व्यवस्था करना। साफ सुथरा परिवेश बनाना है। 2 अक्टूबर 2019 को गाँधीजी की 150 वीं जयंती तक ग्रामीण भारत मे 1.96 लाख करोड़ शौचालय बनाने के लक्ष्य को पूरा कर लिया है।
खुले में शौच मुक्त ओ डी एफ भारत को हांसिल करने का लक्ष्य बनाया है। प्रधानमंत्री ने कहा”क्या हमें कभी दर्द हुआ कु हुमती मां और बहनों को खुले में शौच करना पड़ता है।गाँव की गरीब महिलाएं रात की प्रतीक्षा करती है जब तक अंधेरा नहीं उतरता तब तक वो शौच को बाहर नहीं जा सकती। उन्हें किस प्रकार की शारिरिक यातना होती होगी। क्या हम अपनी मां और बहनों की गरिमा के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं कर सकते”
स्कूलों में शौचालय की व्यवस्था हो। अस्पतालों में सार्वजनिक स्थलों पर शौचालय हो।
शहरी क्षेत्रों के लिए सामुदायिक शौचालय निर्माण की आवश्यकता है। प्रत्येक शहर में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की सुविधा के प्रयास जारी है। पांच सालों में 4401 शहरों में ये कार्यक्रम चल रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम चल रहा है। जिसमे लोगों की स्वच्छता सम्बन्धी आदतों को बेहतर बनाना स्वच्छता सुविधाओं को उपलब्ध करवाना ग्रामीणों के जीवन स्तर में सुधारने के काम किये जा रहे हैं। अभियान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में खुले में शौच से मुक्ति करना है। 11 करोड़ 11 लाख रुपये शौचालय निर्माण हेतु। ग्रामीण कचरे का उप्योह जैव उर्वरक बनाने में किया जाएगा।
घरेलू शौचालय हेतु 12 हज़ार की सहायता दी जाती है।स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान शुरू हुआ जिसके अंतर्गत विद्यालयों को स्वच्छता हेतु राशि दी जाती है। स्वच्छता निबन्ध प्रतियोगिता रैली निकालना। समुदाय में जाकर स्वच्छता का महत्व बताना प्रमुख कार्य किये जा रहे है।
नेता अभिनेता खिलाड़ी सभी स्वच्छ भारत अभियान से जुड़कर स्वच्छ भारत बनाने का काम देश मे कर रहे हैं। जिससे आज रेलवे स्टेशन बस स्टैंड अस्पताल आदि स्थानों पर साफ सफाई नज़र आने लगी है।
सर्वाधिक स्वच्छ शहरों में इंदौर भोपाल चंडीगढ़ नई दिल्ली गंगटोक मुंबई राजकोट विशाखापटनम सूरत सहित 10 शहर घोषित किये गए।
वर्तमान में स्वच्छ भारत सर्वेक्षण चल रहा है। जिसमे शहरों को स्वच्छता क्रमांक दिये जा रहे
है।आज हम सभी मिलकर अपने आसपास सफाई पर ध्यान दे। कभी गंदगी न करें और न ही दूसरों को करने दें।
स्वच्छ भारत सर्वेक्षण 2019 के सर्वे के अनुसार देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर ने हैट्रिक लगाई। दूसरे स्थान पे लखनऊ और तीसरे पर हैदराबाद रहा। देश के शहरों को स्वच्छता के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य करने हेतु स्टार रेटिंग भी दी गई। इस सर्वे का मुख्य उद्देश्य देश में व्यापक स्तर पर जनभागीदारी को प्रोत्साहित करना है। कचरा व खुले में शौच से मुक्त शहरों की दिशा में प्रगति करना है। भारत सरकार द्वारा यह सर्वे 4 जनवरी से 31 जनवरी तक किया गया।
आओ स्वच्छ भारत बनाएं।
— राजेश कुमार शर्मा “पुरोहित”